डेढ़ माह पहले खरीदी HRTC की बसें अब भी सड़कों पर नहीं उतरी, पार्किंग में खड़ी-खड़ी हो रही कबाड़

हिमाचल प्रदेश में आवाजाही के लिए ग्रामीण इलाकों में सरकारी बसों की सर्विस काफी कम है. रोजाना ग्रामीण रूटों पर ओवरलोड बसें चलती हैं. इस वजह से लगातार हादसे होते हैं. लेकिन ट्रांसपोर्ट मंत्री और विभाग गहरी नींद में हैं. इसका उदाहरण सोलन जिले के बद्दी में देखने को मिला है. यहां पर हाल ही में एचआरटीसी  की ओर से खरीदी गई बसें कबाड़ हो रही हैं. डेढ़ महीने पहले इन बसों को बैंगलौर से खरीदा गया था और ट्रेनों के जरिये हिमाचल लाया गया. लेकिन अब ये बसें बद्दी में पार्किंग में कबाड़ हो रही हैं.

डेढ़ महीने पहले इन बसों को बैंगलौर से खरीदा गया था और ट्रेनों के जरिये हिमाचल लाया गया.

हिमाचल पथ परिवहन निगम की पार्किंग में 70 एसी और सामान्य बसें खंड़ी है. डेढ़ माह में पहले बसों को करोड़ों रुपये में खरीदकर मंगवाया गया था, लेकिन, जो बसें सड़कों पर चलनी चाहिए थी, वह पार्किंग में खस्ताहाल नजर आ रही हैं. इसका वीडियो भी सामने आया है.

बसों की पार्किंग में हालात इस कदर हैं कि आसपास कचरा और कबाड़ फैला हुआ है. सोशल मीडिया पर वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वीडियो बनाने वाले शख्स कहता है कि डेढ़ माह से ज्यादा का समय इन बसों को यहां पर खड़े हुए हो चुका है और प्रदेश सरकार का करोड़ों रुपया बर्बाद होता नजर आ रहा है.

एचआरटीसी नालागढ़ के आरएम का कहना है कि कुछ बसें विभाग की ओर से नालागढ़ डिपो के लिए भेजी गई हैं, लेकिन 70 से ज्यादा एसी बसें अभी भी उनके डिपो में आनी बाकी हैं. उन्होंने कहा है कि बद्दी पार्किंग में जो बसें खड़ी है, अभी वह विभाग के अंतर्गत नहीं आई है. जब कागज0पत्र एवं अन्य दस्तावेज पूरे हो जाएंगे तो हिमाचल पथ परिवहन निगम को बसें सौंपी जाएगी. उसके बाद ही एसी बसों को सड़कों पर उतारा जाएगा.

जनता के पैसे की बर्बादी

सबसे बड़ा सवाल हिमाचल पथ परिवहन निगम से है कि अगर इन बसों को डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी सड़कों पर नहीं उतारा गया और अगर इन बसों के दस्तावेज पूरे नहीं हुए हैं तो क्यों एक ऐसी जगह पर पार्क किया जाना चाहिए, जहां पर इन बसों की सही ढंग से देखभाल हो सके. अब देखना यही होगा कि कब हिमाचल पथ परिवहन निगम के उच्च अधिकारी एवं परिवहन मंत्री गहरी नींद से जागते हैं और कब जनता का पैसा बर्बाद होने से बचता है.