एंथोनी पूला यह खिताब पाने वाले भारत के पहले दलित ईसाई हैं. इस उपाधि के बाद अब उनका नाम उस सूची में शामिल हो गया है जो भविष्य में नए पोप के चुनाव के समय वोट कर सकेंगे.
Anthony Poola Appointed As Cardinal: संत पोप फ्रांसिस (Saint Pope Francis) ने रविवार को भारत में दो नए कार्डिनलों (Cardinals) की नियुक्ति की. इनमें में से एक हैदराबाद के आर्कबिशप एंथोनी पूला (Archbishop Anthony Poola) का नाम भी शामिल हैं, जिन्हें पोप फ्रांसिस ने भारत में नए कार्डिनल के लिए चुना है. एंथोनी पूला यह खिताब पाने वाले भारत के पहले दलित ईसाई हैं. इस उपाधि के बाद अब उनका नाम उस सूची में शामिल हो गया है जो भविष्य में नए पोप के चुनाव के समय वोट कर सकेंगे.
एंथोनी पूला कैथोलिक चर्च के इतिहास में कार्डिनल की उपाधि लेने वाले पहले तेलुगु हैं, जो दुनिया में पोप के बाद दूसरा सबसे बड़ा स्थान है. एंथोनी ये पद पाने वाले पहले दलित हैं. 62 वर्षीय एंथोनी पूला आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले से आते हैं. उन्होंने 2020 में पोप फ्रांसिस द्वारा हैदराबाद के आर्कबिशप नामित किए जाने से पहले एक दशक से अधिक समय तक कुरनूल के बिशप के रूप में कार्य किया. इसके अलावा उन्होंने युवा आयोग, आंध्र प्रदेश सोशल सर्विस सोसाइटी, एससी आयोग के अध्यक्ष, महासचिव और तेलुगु कैथोलिक बिशप सम्मेलन के कोषाध्यक्ष के रूप में भी काम किया.
उन्हें 20 फरवरी 1992 को कडपा में एक पुजारी के रूप में नियुक्त किया गया था. उन्हें 8 फरवरी, 2008 को कुरनूल का बिशप नियुक्त किया गया था, और 19 अप्रैल, 2008 को बिशप के रूप में नियुक्त किया गया था. एंथोनी पूला आंध्र प्रदेश बिशप सम्मेलन में युवा आयोग के अध्यक्ष थे. इसके बाद उन्हें 2020 में उन्हें थुम्मा बाला की जगह हैदराबाद का आर्कबिशप नियुक्त किया गया था. अब उन्हें कार्डिनल के पद पर पदोन्न किया गया है.
एंथोनी पूला अब कार्डिनल्स कॉलेज (Cardinals College) का हिस्सा होंगे, जिसमें 229 कार्डिनल शामिल हैं और जिनमें से 131 पोप का चुनाव की प्रक्रिया (Pope Election Process) में मतदान करेंगे. एंथोनीपूला अब जो 27 अगस्त को पोप के मतदान करने वालों में से एक होंगे. पूरे कैथोलिक समुदाय को एंथोनी पूला की इस नियुक्ति पर गर्व है.