अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी अजय ठाकुर ने कहा कि वह अपनी बात पर अभी भी अडिग हैं और वह फैडरेशन के किसी भी पदाधिकारी से माफी नहीं मांगेंगे। ये सभी पदाधिकारी उनके स्तर के नहीं हैं। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह अर्जुन अवार्डी हैं और उनका किराया नहीं लगता है। इसलिए वह किराए की बात नहीं कर रहे हैं। खिलाड़यों से पैसे लिए गए वह उसके बारे में आरोप लगा रहे हैं। नालागढ़ और सोलन की टीमों का शुरू में मैच कराते हैं ताकि अच्छे खिलाड़ी बाहर हो जाएं जबकि इन दोनों टीमों को अलग पूल में रखना चाहिए। फैडरेशन के लोग ये आरोप लगा रहे हैं कि वह अपने खिलाड़ियों को मैच में डलवाते हैं। वह अभी भी अपनी बात पर पूरी तरह से अडिग हैं।
अधिकारी जब तक अपना पद नहीं छोड़ते तब तक जारी रहेगा विरोध
फैडरेशन में जो लोग रखे गए हैं वे अपने नाम के लिए आए हैं। उनका इस खेल से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि फैडरेशन के अधिकारी जब तक अपना पद नहीं छोड़ते तब तक उनका विरोध जारी रहेगा। आने वाले समय में हर खिलाड़ी इनका विरोध करेगा। वहीं कबड्डी के राष्ट्रीय खिलाड़ी रोहित राणा भी अजय ठाकुर के समर्थन में आगे आए हैं। रोहित राणा ने कहा कि टूर्नामैंट के दौरान जो भी खिलाड़ी अच्छा खेलता है उसे फैडरेशन के अधिकारी हाफ टाइम में बाहर बिठा देते हैं और अपने चेहते खिलाड़ियों को टीम में डाल देते हैं, ऐसे में मैडल कहां से आएगा।