राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक विवाहित महिला ने आत्महत्या कर ली। महिला ने आत्महत्या करने से पहले अपनी बहन को फोन किया और कहा, मैं अब जीना नहीं चाहती, ये लोग मुझे बहुत परेशान करते हैं।
जयपुर में एक विवाहिता ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। आत्महत्या से पहले महिला अपनी बहन को फोन कर बोली थी- जीजी, ये लोग मुझे बहुत परेशान करते हैं, मैं अब जीना नहीं चाहती। खोह नागोरियान थाना पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। मृतका के पिता ने ससुराल पक्ष के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया है।
मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतका ममता शर्मा (28) पुत्री बद्री नारायण मालवीय नगर के मॉडल टाउन की रहने वाली थी। 23 जनवरी 2022 को इंदिरा गांधी नगर खोह नागोरियान निवासी अनिल शर्मा (30) से उसकी शादी हुई थी। अनिल जौहरी बाजार में जड़ाई का काम करता है। महिला ने 21 अक्टूबर की सुबह करीब 10 बजे पहली मंजिल पर बने कमरे में आत्महत्या कर लिया। पति कमरे में गया तो ममता का शव साड़ी के फंदे से लटका मिला।
शादी के नौ महीने में ही ममता के आत्महत्या का पता चलने पर आस-पड़ोसी इकट्ठा हो गए। खोह नागोरियान थाना पुलिस सूचना पर मौके पर पहुंची। पुलिस ने मौका-मुआयना के बाद शव को फंदे से उतारा। एंबुलेंस की मदद से शव को जेएनयू हॉस्पिटल की मोर्चरी भिजवाया गया। जहां मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया। पुलिस ने मृतका के पास किसी प्रकार का सुसाइड नोट मिलने की बात से इनकार किया है।
सुसाइड से पहले बहन को किया कॉल…
21 अक्टूबर की सुबह करीब 9:30 बजे ममता ने अपनी बड़ी बहन सुमन को कॉल किया। बोली- जीजी, ये लोग मुझे बहुत परेशान करते है, मैं अब जीना नहीं चाहती। बहन सुमन ने उसे गलत कदम उठाने से मना किया। कहा कि मैं पापा को भेज दूंगी, जिसके बाद पिता को ममता के कॉल के बारे में बताया। कॉल पर परेशानी से दुखी होने का पता चलते ही परिजन उसके ससुराल पहुंच गए। ससुराल पहुंचने से महज पांच मिनट पहले ही ममता के सुसाइड कर लेने के बारे में बताया गया।
दहेज प्रताड़ना से गर्भपात तक हो गया…
पुलिस के मुताबिक, पिता बद्री नारायण ने मृतक बेटी ममता के पति अनिल शर्मा, ससुर दामोदर प्रसाद, सास उषा देवी और ननद सुनीता शर्मा के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया है। रिपोर्ट में बताया, नौ महीने पहले ममता की अनिल से शादी की थी। शादी के शुरुआती कुछ दिनों तक सब सामान्य था, परन्तु इसके बाद ससुराल वालों ने दहेज के लिए उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
जब यह बात चली तो वैगन-आर कार खरीदकर उन लोगों को दे दी। इसके बाद कुछ समय तक सब कुछ सामान्य रहा। करीब 1-2 महीने के बाद ही दामाद अनिल ने बेटी ममता को कहा, बाजार में उसके ऊपर 15-20 लाख रुपये का व्यापारी कर्ज हो गया है। तुम अपने पिता से पैसा लाकर मुझे दे, जिससे मेरा कर्ज उतर जाए। बेटी ने पैसा लाने से मना करने पर पति सहित ससुराल पक्ष उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा। दहेज प्रताड़ना के चलते ही बेटी ममता का 6-7 महीने का गर्भ भी गिर गया। इसके बाद उन लोगों की प्रताड़ना और भी बढ़ने से बेटी ने आत्महत्या कर लिया।