दिल्ली में नगर निगम चुनाव के बाद कांग्रेस में उठापठक मची हुई है। पार्टी के तीन पार्षद आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। लोगों का गुस्सा भड़का तो एक पार्षद फिर से कांग्रेस में लौट आए। इतना ही नहीं उन्होंने बाकी दो पार्षदों के भी कांग्रेस में बने रहने का दावा भी किया।
मैं क्षेत्र की जनता से भी माफी मांगता हूं
मेहदी ने अपने ट्वीट में लिखा, मैं राहुल गांधी जी का कार्यकर्ता हूं। हसन ने कहा कि मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई। मुझे कोई पद नहीं चाहिए। मैं कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता हूं। हसन ने कहा कि मैं अपनी गलती के लिए राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अपने क्षेत्रवासियों से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। हसन ने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी के अंदर था, पार्टी में हूं और पार्टी में ही रहूंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी मेरे दिल में है। मेरे पिताजी 40 साल से कांग्रेस पार्टी में हैं। उन्होंने कहा कि मुझसे जो गलती हुई है मैं उसके लिए क्षमा मांगता हूं।
दो महिला पार्षद और ब्लॉक अध्यक्ष भी थे शामिल
आप में जाने वालों में मुस्तफाबाद की पार्षद सबीला बेगम और बृजपुरी की पार्षद नाजिया खातून के अलावा नेहरू विहार के ब्लॉक अध्यक्ष अलीम अंसारी, दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी सदस्य हाजी खुशनूद, मुस्तफाबाद के ब्लॉक अध्यक्ष जावेद चौधरी और शिव विहार के ब्लॉक अध्यक्ष अशोक बघेल भी शामिल हैं। एमसीडी में दलबदल कानून लागू नहीं होता। इसलिए दोनों पार्षदों के पाला बदलने के बावजूद उनकी सदस्यता रद्द नहीं होगी। इससे एमसीडी में कांग्रेस के पार्षदों की संख्या जहां 9 से घटकर 7 हो जाएगी, वहीं आम आदमी पार्टी के पार्षदों की संख्या 134 से बढ़कर 136 हो जाएगी, जिसका फायदा पार्टी को मेयर इलेक्शन में भी मिलेगा।
मेहदी ने विकास का दिया था हवाला
इससे पहले आम आदमी पार्टी में शामिल होने को लेकर अली मेंहदी का कहना था कि क्षेत्र के विकास की खातिर उन्होंने और दोनों पार्षदों ने आम आदमी पार्टी से जुड़ने का फैसला किया है। शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के मुख्यालय में पार्टी के विधायक और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक और पार्टी नेता आदिल अहमद खान की मौजूदगी में अली मेंहदी और दोनों महिला पार्षदों ने आम आदमी पार्टी जॉइन की थी। ‘आप’ नेताओं ने सभी को पटका पहनाकर पार्टी में उनका स्वागत किया था।