अमेरिका के मैनहटन में दुनिया की सबसे पतली इमारत मौजूद है. वैसे तो ये इमारत यहां के लोगों और इस शहर की अनोखी पहचान होनी चाहिए, जिस पर यहां के स्थानीय लोग गर्व कर सकें लेकिन इसके विपरीत यहां के लोग इस इमारत से बेहद परेशान हैं. लोगों की परेशानी का कारण ये है कि इस इमारत से बर्फ की सिल्लियां गिर रही हैं.
15 हजार करोड़ में तैयार इमारत बनी मुसीबत का कारण
इमारत से गिर रही बर्फ के कारण यहां ट्रैफिक में बाधा तो आ ही रही है इसके साथ ही इधर से गुजरने वाले लोगों के घायल होने का खतरा भी बढ़ गया है. वेस्ट 57 स्ट्रीट में स्थित स्टेनवे टावर नामक इस इमारत को मूलरूप से 1925 में स्टेनवे हॉल के रूप में डिजाइन किया गया था. इसके बाद 2021 में 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से इस इमारत में रेजिडेंशियल टावर बनाया गया. लेकिन अब ये टावर अपनी बनावट या खूबसूरती नहीं बल्कि गिर रही बर्फ के कारण पूरे अमेरिका में चर्चा का विषय बना हुआ है.
इस वजह से गिरती है बर्फ की सिल्लियां
अब सोचने वाली बात ये है कि इस इमारत पर से बर्फ की सिल्लियां क्यों और कैसे गिर रही हैं. तो इस सवाल का जवाब दिया है सीएनएन की रिपोर्ट में. रिपोर्ट के अनुसार 1427 फीट ऊंचे स्टेनवे टावर के टॉप फ्लोर पर सर्दियों के मौसम में बर्फ जम जाती है. इसके बाद जब थोड़ा सा भी तापमान बढ़ने लगता है तो ये जमी बर्फ पिघलना शुरू हो जाती है. बर्फ की मोटी चादर पिघलने के कारण ये बर्फ की सिल्लियों के रूप में नीचे जमीन पर कभी भी आ गिरती हैं. इन बर्फ की सिल्लियों के कारण लोग घायल हो रहे हैं. इसके अलावा वाहनों को नुकसान पहुंच रहा है. इसके साथ ही बार-बार ट्रैफिक को रोकना पड़ रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ऐसा कई दिनों से हो रहा है कि बार-बार बर्फ गिरने के कारण इस इमारत के आसपास का इलाका पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है. इसके अलावा बर्फ के गिरने के कारण एक मोटर चालक भी घायल हो गया था. आगे इस तरह किसी को घायल ना होना पड़े इसके लिए यहां से गुजरने वाले लोगों को अलर्ट किया जा रहा है.
ये राहगीर बाल बाल बची
डेलीन्यूज से बात करते हुए 35 वर्षीय ओ’कोन्नोर ने अपनी आपबीती बताई. उन्होंने कहा कि 1400 फीट की ऊंचाई से बर्फ की एक सिल्ली उनकी कार की छत और खिड़की पर गिरी. इस घटना ने उन्हें झकझोर दिया.
इस घटना में बर्फ का एक छोटा हिस्सा उनके सिर सिर पर भी गिरा था लेकिन वह भाग्यशाली रहीं कि उनके सिर में कोई गहरी चोट नहीं आई. इसके तुरंत बाद वह जल्दी से कार में बैठीं और वहां से दूर हटने की सोची. जिस तरह से यह घटना घटी है उसके बुरे अनुभव के बाद ओ’कोन्नोर को लगता है कि उन्होंने मौत का मात दी है.
इसके साथ ही सबसे ज्यादा खतरा पैदल चलने वाले लोगों को है क्योंकि ये बर्फ की सिल्लियां उन्हें कार में बैठे चालकों के मुकाबले ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती हैं.