साउथ के आइकन स्टार अल्लु अर्जुन ने अपनी फिल्म पुष्पा-द राइज 1 से पूरे सिनेमा जगत में खलबली मचा दी है. उनके अभिनय की जमकर तारीफ की जा रही है. हालांकि अल्लु अर्जुन के लिए ऐसी कामयाबी और लोकप्रियता कोई नई बात नहीं है. वह पहले से ही साउथ के सुपरस्टार हैं. उन्हें केवल साउथ की एक भाषा के दर्शक ही नहीं पसंद करते बल्कि वह तमिल तेलगु और मलयालम हर फिल्म इंडस्ट्री पर राज करते हैं.
उनकी इस लोकप्रियता का सबसे मुख्य कारण है उनका व्यवहार और दर्शकों के प्रति उनका विनम्र स्वभाव. उन्हें आइकन स्टार कहा जाता है. लोग चाहते हैं कि अन्य अभिनेता भी उनकी तरह विनम्र हों. उनकी इसी विनम्रता की एक झलक हाल में दिए गए उनके एक इंटरव्यू में देखने को मिली. इस इंटरव्यू में उन्होंने वैसे तो बहुत सी बातें कहीं मगर दर्शकों और अपनी फिल्मों को लेकर उनकी जो सोच है उसने सबका दिल जीता.
प्रशंसक हमारा परिवार हैं
अमर उजाला द्वारा लिए गए इस इंटरव्यू में जब अल्लु अर्जुन से पूछा गया कि वह प्रशंसकों और सितारों के बीच के रिश्तों कैसे परिभाषित करते हैं? तब उन्होंने जवाब दिया कि ये बेहद ही खूबसूरत रिश्ता है. हम एक तरह से विस्तृत परिवार में बदल चुके हैं. इस रिश्ते के साथ एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी भी आती है. यहां उनकी खुशी और दिल को ठेस पहुंचाने जैसी किसी भी बात के लिए हम उत्तरदायी बन जाते हैं.
अल्लु अर्जुन ने आगे कहा कि कुछ भी गलत नया हो इसके लिए उनकी अच्छे से देखरेख करनी पड़ती है. कई बार पैसों से तो कई बार अन्य माध्यमों से इनकी मदद करनी होती है. वैसे भी जिन्होंने हमें इतना कुछ दिया है, उनके लिए हम अगर उन्हें थोड़ा कुछ भी दे पाते हैं तो ये हमारा सौभाग्य है.
ऐसी फिल्म नहीं करेंगे जिसे परिवार के साथ ना देखा जा सके
इसके बाद अल्लु अर्जुन ने अपनी फिल्मों को लेकर कुछ ये कहा ‘वह जब भी कमर्शियल फिल्में बनाते हैं तो इस बात का ध्यान रखते हैं कि इन्हें देखते समय बच्चे असहज न महसूस करें तथा सिनेमाहॉल में बैठी महिलाओं को संकोच न हो.
अल्लु अर्जुन ने कहा कि वह कभी भी ऐसी फिल्म नहीं करेंगे जिसे वह अपनी पत्नी और अपनी बेटी के साथ न देख पाएं. उनका कहना है कि अगर वह अपनी फिल्म अपने परिवार के साथ देखते हुए अगर सहज नहीं हो सकते तो वो ऐसी फिल्म कभी नहीं करेंगे.
साउथ नहीं भारतीय सिनेमा कहिए
अल्लु अर्जुन ने अपने इस इंटरव्यू में ये भी कहा कि अब दक्षिण या उत्तर सिनेमा का नहीं बल्कि भारतीय सिनेमा का दौर आ चुका है. एक समय तक अल्लु अर्जुन हिंदी सिनेमा का रुख नहीं करना चाहते थे.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उन्हें धनुष की तरह कई हिंदी फिल्मों के ऑफर मिले लेकिन उन्होंने हर बार ये कहते हुए मना कर दिया कि वह अभी तैयार नहीं हैं. लेकिन अपने इस इंटरव्यू में उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वह अब हिंदी फिल्में करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और अच्छे प्रस्ताव लेकर आने वाले मुंबई के निर्माता निर्देशकों के लिए उनके घर के दरवाजे पूरी तरह खुल चुके हैं.
अल्लु अर्जुन ने यह भी कहा कि अब भारतीय सिनेमा का वो दौर आ गया है जहां अलग अलग भाषाओं के अभिनेता मिलकर भारतीय फिल्में बनाएं. उन्होंने कहा कि फिलहाल वह पूरी तरह से ‘पुष्पा पार्ट 2’ पर फोकस करना चाहते हैं लेकिन भविष्य में वह हिंदी सिनेमा की ओर से आने वाले अच्छे प्रस्ताव का इंतजार करेंगे.