बद्दी। ज़िला सोलन के अटल शिक्षा कुञ्ज स्थित प्रसिद्ध आईईसी यूनिवर्सिटी की ओर से सामाजिक दायित्वों को निभाते हुए निरन्तर निःशुल्क फिजियोथेरेपी कैंपों का आयोजन किया जा रहा है। यूनिवर्सिटी के फिजियोथेरेपी विभाग की ओर से पिछले दो महीनों के अंदर ही बद्दी, नालागढ़, पिंजौर और कालका में 13 निःशुल्क फिजियोथेरेपी कैंपों का आयोजन किया गया है। इन कैंपों में करीब 400 लोगों ने मुफ्त में चिकित्सा की फिजियोथेरेपी पद्धति से स्वास्थ्य लाभ लिया। जिन लोगों का इन कैंप में उपचार किया जाता है, उनका नियमित रूप से फोलोअप भी लिया जाता है।
इसके तहत बद्दी के झारमाजरी गांव, गुरुद्वारा साहिब करनपुर, कोटियां, कालूझंडा, नालागढ़ के किशनपुरा, पिंजौर के जोल्लूवाल, नालागढ़ के नाहरसिंह गांव, रविदास मंदिर पिंजौर, गुरुद्वारा साहिब कालका एवं मानपुरा और बद्दी की मेट्रोक्राफ्ट कंपनी में दो कैंप का आयोजन किया गया है। इन फिजियोथेरेपी कैंप में मुख्य तौर पर चोट और हड्डियों व टिश्यू के दर्द को दूर करने के लिए सेवाएं दी जा रही हैं। इन कैंप में मस्क्यूलोस्केलेटेल, ऑर्थोपेडिक, न्यूरोलॉजिकल, स्पोर्ट्स इंजरी और कार्डियोपल्मनरी समस्याओं वाले रोगियों का परीक्षण, निदान और उपचार किया जा रहा है। इन कैंपों में फैकल्टी सदस्यों के साथ-साथ फिजियोथेरेपी विभाग में पढ़ाई कर रहे बच्चे भी सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। इससे किताबी ज्ञान के साथ-साथ बच्चों को व्यावहारिक ज्ञान और कौशल सीखने में भी मदद मिल रही है।
आईईसी विश्वविद्यालय के फिजियोथेरेपी विभाग की ओर से हर महीने इस तरह के आठ से नौ कैंप लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इन कैंपों में निःशुल्क सेवाओं के साथ-साथ लोगों में स्वस्थ रहने के लिए जरूरी जागरूकता भी फैलाई जा रही है। भविष्य में भी क्षेत्र में आईईसी विश्वविद्यालय की तरफ से इस तरह के निःशुल्क कैंपों का आयोजन किया जाता रहेगा। इन कैंप का मुख्य उद्देश्य समाज में लोगों में स्वास्थ्य सुधार लाकर उनके जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाना है।