‘लौटूंगी तो डिग्री लेकर, नहीं तो यही पर मर जाऊंगी’, यूक्रेन में फंसी छात्रा बोली, हरदोई के 5 स्टूडेंट्स फंसे

रूस की ओर से यूक्रेन पर हमले के बाद हरदोई जिले में भी इसकी प्रभाव देखने को मिल रहा है। यहां के तीन छात्र व दो छात्राएं यूक्रेन में फंस गई हैं। परिजनों को अपने बच्चों की सलामती की चिंता सता रही है।

यूपी के हरदोई जिले के तीन छात्र और दो छात्राएं यूक्रेन (Russia Ukraine Crisis) में फंसी हैं। पांचों वहां एमबीबीएस करने गए हैं। सभी के परिजन उनकी सलामती को लेकर बेहद चिंतित हैं। परिजनों के अनुसार, उन्होंने आज (गुरुवार) अपने बच्चों से बात की थी और वह सही सलामत हैं। इनमें एक ग्राम प्रधान भी है।

हरदोई के रेलवे गंज के रहने वाले डॉक्टर डीपी सिंह की बेटी अपेक्षा सिंह यूक्रेन के खरकी शहर में नेशनल खरकी यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की छात्रा है। अपेक्षा सिंह के पिता डॉ. डीपी सिंह ने बताया कि अपेक्षा ने इंटरमीडिएट हरदोई के सेंट जेवियर्स इंटर कॉलेज से किया, जिसके बाद उसने अगस्त 2016 में यूक्रेन के नेशनल खरकी यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया था।

डिग्री लेकर आऊंगी या मर जाऊंगी
डॉ. डीपी सिंह ने बताया आज दोपहर करीब दो बजे उनकी अपनी बेटी से बात हुई, तब वो मार्केट में थी। यूक्रेन में इमरजेंसी लगी हुई है। यूनिवर्सिटी में ऑनलाइन क्लासेज़ चल रही है। बेटी सकुशल है, अब उसका पांच महीने का ही कोर्स बाकी रह गया है। उन्होंने बताया कि अपेक्षा से जब उनकी बात हुई तो वह घबराई हुई जरूर थी और उसने परेशान न होने को कहा और कहा कि उसने बहुत मेहनत की है, अब कुछ ही समय डिग्री मिलने में रह गई है। ऐसे में वो डिग्री लेकर ही आएगी या मर जाएगी, क्योंकि अभी वापस आने का मतलब है, डिग्री छोड़ देना। उन्होंने बताया कि इंडियन एम्बेसी ने उसके दस्तावेज जमा करा लिए हैं।

वर्तमान प्रधान भी फंसी
हरदोई के सांडी ब्लाक के रहने वाले पूर्व ब्लाक प्रमुख महेंद्र यादव की बेटी वैशाली भी यूक्रेन में फंसी हुई है। वैशाली सांडी विकास खण्ड की ग्राम पंचायत तेरा पुरसौली की वर्तमान में मौजूदा ग्राम प्रधान भी है और यूक्रेन से एमबीबीएस कर रही है।

लगातार गिर रहे हैं बम
वैशाली इवनो फ़्रांकिवस्क यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस कर रही हैं। उन्होंने बताया कि आज सुबह से ही यहां दहशत का माहौल है। सब अपने घरों में हैं और शहर में लगातार बम गिर रहे हैं। वैशाली ने बताया कि यूनिवर्सिटी में भारत के काफी स्टूडेंट हैं और सभी भारत सरकार के ही भरोसे हैं कि वे उन्हें यहां से सुरक्षित निकालेंगे। बताया कि सभी फ्लाइट भी सभी कैंसिल हो गई हैं।

सण्डीला के दो व हरदोई शहर का छात्र भी फंसा
संडीला के दो मेडिकल छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। जहाज कोठी निवासी राजेश सक्सेना के बेटे जय कुमार यूक्रेन के शहर टेरनोपिल की टेरनोपिल नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस का छात्र है। जय 24 अक्टूबर 2021 को यूक्रेन गया था। वहीं, डाक्टर सुशील कुमार का बेटा सुमित भी यूक्रेन की इवनो फ़्रांकिवस्क यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस का छात्र है। उन्होंने बताया कि सुमित फरवरी 2022 में गया था। सुशील ने बताया कि वह चिंतित हैं और भारत सरकार से अनुरोध करते हैं कि जल्द ही उनके बेटे को वापस लाने का प्रबंध करे। वहीं, हरदोई शहर कोतवाली क्षेत्र के चीलपुरवा निवासी महेंद्र पाल वर्मा का बेटा शिवम वर्मा भी यूक्रेन में एमबीबीएस कर रहा है और प्रथम वर्ष का छात्र है। शिवम का परिवार भी वहां के बिगड़ते हालात पर चिंतित है और अपने बेटे की जल्द वापसी की गुहार भारत सरकार से लगाई है।