उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों से दक्षिण कोरिया बौखलाया हुआ है। इस बीच अमेरिका ने दावा किया है कि उत्तर कोरिया जल्द ही अपना सातवां परमाणु परीक्षण कर सकता है। ऐसी आशंकाओं के बाद अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के खिलाफ कड़ी और प्रभावी कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं।
प्योंगयांग: उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण की आशंका से अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया की नींद उड़ी हुई है। इन तीनों देशों ने चेतावनी दी है कि अगर उत्तर कोरिया सातवां परमाणु परीक्षण करता है तो इसकी अद्वितीय प्रतिक्रिया होगी। अमेरिका और उसके सहयोगी देशों का मानना है कि उत्तर कोरिया 2017 के बाद से पहली बार परमाणु परीक्षण करने के लिए तैयार है। उत्तर कोरिया ने इस साल रिकॉर्ड मिसाइल परीक्षण किए हैं। इनमें से कुछ मिसाइलों ने तो जापान के ऊपर से भी उड़ान भरी हैं। उधर, दक्षिण कोरिया को डर है कि उत्तर कोरिया का परमाणु परीक्षण उसके देश के अस्तित्व के लिए खतरा हो सकता है। ऐसे में अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया जवाबी कार्रवाई की तैयारियों में जुट गए हैं। कुछ दिनों पहले ही तीनों देशों ने एक साथ मिलकर एंटी मिसाइल ड्रिल की थी। इसमें दुश्मन देशों की मिसाइलों को हवा में ही मार गिराने का अभ्यास किया गया था।
दक्षिण कोरिया ने जवाबी कार्रवाई की पैरवी की
दक्षिण कोरिया के प्रथम उप विदेश मंत्री चो ह्यून-डोंग ने टोक्यो में कहा कि तीनों देश इस मुद्दे पर सहमत हैं कि अगर उत्तर कोरिया सातवें परमाणु परीक्षण की ओर आगे बढ़ता है तो हमें अद्वितीय प्रतिक्रिया की आवश्यक्ता होगी। इस बयान के वक्त चो ह्यून-डोंग के साथ जापानी उप विदेश मंत्री ताकेओ मोरी और अमेरिकी उप विदेश मंत्री वेंडी शरमन भी मौजूद थीं। इस दौरान तीनों देशों के विदेश मंत्रियों ने यह भी कहा कि वह उत्तर कोरिया के खिलाफ और कड़े प्रतिबंधों की भी तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि उत्तर कोरिया को परमाणु परीक्षण से रोकने के लिए सभी जरूरी उपाय किए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर कोरिया को सबक सिखाने के लिए उनके पास कुछ अच्छे विकल्प भी हैं।
अमेरिका ने चीन और रूस पर साधा निशाना
उत्तर कोरिया ने 2006 में परमाणु हथियारों का परीक्षण शुरू किया था। जिसके बाद इस साल अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उत्तर कोरिया के खिलाफ अतिरिक्त प्रतिबंधों का प्रस्ताव पेश किया था। लेकिन, इस प्रस्ताव को चीन और रूस ने वीटो लगाकर रोक दिया दिया। अमेरिकी उप विदेश मंत्री वेंडी शरमन ने कहा कि हम (उत्तर कोरिया) से आग्रह करते हैं कि आगे के उकसावे से बचना चाहिए। परमाणु हथियारों का परीक्षण पूरे क्षेत्र को अस्थिर करने वाला होगा। उन्होंने यूएनएससी में उत्तर कोरिया समर्थक देश चीन और रूस पर निसाना साधते हुए कहा कि यहां जो कुछ भी होता है, जैसे कि उत्तर कोरियाई परमाणु परीक्षण … पूरी दुनिया की सुरक्षा के लिए निहितार्थ हैं।”
लगातार मिसाइल परीक्षण कर रहा उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया इस साल अभूतपूर्व गति से मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है। उसने अबी तक दो दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गई हैं। इनमें से एक ने तो जापान के ऊपर से उड़ान भरी थी। उत्तर कोरिया अपने पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया की सैन्य गतिविधियों से नाराज है। इस कारण किम जोंग उन के आदेश पर उत्तर कोरियाई सेना ने पिछले ह्ते अपने समुद्री तटों पर सैकड़ों राउंड गोलीबारी की थी। सितंबर में अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस रोनाल्ड रीगन और उसके कैरियर स्ट्राइक ग्रुप ने दक्षिण कोरिया और जापान के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास किया था। 2017 के बाद यह पहला मौका था, जब अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर दक्षिण कोरियाई सेना के साथ किसी युद्धाभ्यास में शामिल हुआ था।