भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने दिल्ली स्थित आवास पर कुछ चुनिंदा कैबिनेट मंत्रियों, पार्टी प्रभारियों और सांसदों के साथ एक बैठक ली थी। इसमें पार्टी में उच्च स्तर पर इस बात पर सहमति बनी कि 1955 के बाद जिन सांसदों का जन्म हुआ है, उन्हें ही लोकसभा चुनाव में टिकट दिया जाएगा।
नई दिल्ली में वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव के लिए 70 साल से कम उम्र के लोगों को ही टिकट देने पर सहमति बनने से हिमाचल प्रदेश के भी कई नेता डर गए हैं। लोकसभा चुनाव तो अभी दूर हैं, मगर भाजपा हाईकमान ने कहीं विधानसभा चुनाव के लिए भी यह फार्मूला लगा दिया तो दो वरिष्ठ मंत्रियों के टिकट कट सकते हैं। इससे प्रदेश में कई विधायकों में तो विधानसभा की उम्मीदवारी छिनने का भी भय पैदा हो गया है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने दिल्ली स्थित आवास पर कुछ चुनिंदा कैबिनेट मंत्रियों, पार्टी प्रभारियों और सांसदों के साथ एक बैठक ली थी। इसमें पार्टी में उच्च स्तर पर इस बात पर सहमति बनी कि 1955 के बाद जिन सांसदों का जन्म हुआ है, उन्हें ही लोकसभा चुनाव में टिकट दिया जाएगा। इससे साफ है कि 70 साल से अधिक आयु के नेताओं को टिकट नहीं दिए जाएंगे।
हिमाचल के संबंध में भी स्वाभाविक रूप से यह नीति रहेगी तो लोकसभा के लिए इस उम्र से अधिक के वरिष्ठ नेताओं का तो रास्ता बंद होगा ही, मगर उससे पहले ही यह चर्चा भी है कि अगर लोकसभा चुनाव के अलावा हिमाचल प्रदेश और गुजरात में चंद महीनों में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के लिए भी इसी नीति पर काम हुआ तो इससे कई वरिष्ठ नेताओं के टिकट पर कैंची चल सकती है। हालांकि, इस संबंध में प्रदेश भाजपा के नेता किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इंकार कर रहे हैं।