If the banks are privatized, then the money of the common people will not be safe.

बैंकों का निजीकरण हुआ तो आम जन का धन नहीं रहेगा सुरक्षित 

सोलन के मालरोड़ पर युनाइटिड फॉर्म ऑफ़ बैंक यूनियन द्वारा हड़ताल की गई | इस में बैंकों के कर्मचारियों ने भाजपा सरकार के खिलाफ जम कर नारे बाजी की | यह हड़ताल बैंकों के हो रहे निजीकरण को लेकर की गई | हड़ताल के कारण बैंकों का कारोबार पूर्ण रूप से प्रभावित रहा | शहर वासियों को भी भारी दिक्क्तों का सामना करना पड़ा | बैंक कर्मचारियों का कहना है कि बैंकों का निजी करण कर  पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है | जिसके चलते आम जन का जीना दूभर हो जाएगा | पूंजीपति मनमानी पर उतर आए तो आम जन का धन सुरक्षित नहीं रहेगा | 

इस मौके पर  युनाइटिड फॉर्म  सोलन के  सचिव   नंद लाल  परिहार  ने कहा कि भाजपा सरकार पूंजीपतियों को प्रोत्साहित कर रही है | यही कारण है कि बैंको को निजी करण किया जा रहा है | उन्होंने बताया कि अगर बैंको का निजी करण  होता है तो  आम जन का पैसा बैंको में सुरक्षित नहीं रहेगा | उन्होंने कहा कि बैंको का निजीकरण होने से हज़ारों कर्मचारी बेरोज़गार हो जाएंगे | उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने दो बैंको का निजीकरण करने का निर्णय लिया है जिसका वह पुरजोर विरोध करते है | अगर केंद्र सरकार ने अपना फैंसला नहीं बदला तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकते है |