Bageshwar Dham: बागेश्वर धाम सरकार ने कहा कि मूवी बनाने वालों के बाप के दम में हैं तो किसी दूसरे धर्म में फिल्म बनाकर दिखाएं। उनका भारत में रहना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बागेश्वर धाम सरकार आदिवासी इलाकों में कथा का आय़ोजन करके धर्मांतरण को रोकने की कोशिश कर रहा है।
रायपुर: बागेश्वर सरकार पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों सुर्खियों में हैं। नागपुर विवाद के बाद उन्होंने अब फिल्म निर्माताओं पर हमला किया है। बागेश्वर सरकार की कथा इन दिनों छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हो रही है। यहां मीडिया से चर्चा करते हुए बागेश्वर महाराज ने फिल्मों के बॉयकाट के सवाल पर कहा कि जो लोग ऐसी फिल्में बनाते हैं उनके लिए बॉयकाट ही सबसे अच्छा विकल्प है। बागेश्वर सरकार ने कहा कि यह सब सोची समझी साजिश है। इन लोगों को मुंह की खानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि बॉयकॉट ही इसका सबसे सर्वोत्तम उपाय है। ऐसी फिल्मों का निर्माण करने वालों को मुंह की खानी पड़ेगी। मीडिया से चर्चा के दौरान बागेश्वर सरकार ने कहा कि अगर मूवी वालों के बाप में दम हो तो दूसरे धर्म में फिल्म बनाकर दिखा दें। भारत में रहना मुश्किल हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि सनातनी व्यक्तियों की विचारधारा कभी भी हिंसात्मक नहीं रही है। हर बार हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान इसलिए किया जाता है कि हम हिन्दू लोग बहुत भोले-भाले हैं। हम सनातनी लोग अहिंसा पर विश्वास रखने वाले लोग हैं। मैं मीडिया के माध्यम से मूवी बनाने वालों को कहना चाहता कि अगर उनके बाप में दम हो तो किसी दूसरे धर्म पर फिल्म बनाकर दिखाएं। भारत में रहना मुश्किल हो जाएगा।
आदिवासी इलाकों में कथा का आयोजन
पंडित धीरेन्द्र कृष्णा शास्त्री ने कहा है कि धीरे-धीरे हिंदू जाग रहा है। हिंदू विरोधी ताकतों को अब मुंह की खानी पड़ेगी। धर्मांतरण के मुद्दे पर बागेश्वर सरकार ने कहा कि बागेश्वर धाम एक मात्र ऐसा संस्थान है जो उन आदिवासी इलाकों में तीन दिन की कथा का आयोजन कर रहा है जहां मिशनरी लोग भोले-भाले आदिवासियों का धर्मांतरण करते हैं। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश के दमोह जिले में 160 परिवारों की घर वापसी कराई गई है।
नागपुर विवाद पर स्वीकार की चुनौती
बागेश्वर सरकार ने नागपुर विवाद पर सफाई देते हुए कहा कि जिन लोगों ने मुझे चुनौती दी है मैं उनकी चुनौती स्वीकार करता हूं। में रायपुर में 20 और 21 जनवरी को रायपुर में फिर से दिव्य दरबार का आयोजन करूंगा। वो यहां आएं और खुद देखें की ईश्वरीय शक्ति होती है कि नहीं। बता दें कि बागेश्वर सरकार पर अंधविश्ववास फैलाने का आरोप लगा था। जिसके बाद नागपुर में उन्होंने दो दिन पहले ही कथा समाप्त कर दी। अंध श्रद्धा मूलन समिति के संस्थापक श्याम मानव ने बागेश्वर सरकार पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया था।