सोलन में नगर निगम के विरोध को लेकर किसान संघर्ष समिति ने कुछ दिन पहले मिनी सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया गया था | इस प्रदर्शन की अध्यक्षता भाजपा नेता कांति स्वरूप शर्मा ने की थी | जिसमे प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री के खिलाफ नारे लगाए गए थे और प्रदेश सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाए गए | संघर्ष समिति ने नगर निगम में गाँवों को न शामिल करने की मांग सरकार के समक्ष रखी गई |
जिस दिन यह प्रदर्शन हुआ उसके अगले ही दिन संघर्ष समिति के अध्यक्ष ने इस्तीफ़ा दे कर संघर्ष को ही खत्म कर दिया | वहीँ जिला प्रशासन ने प्रदर्शन करने वाले कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया | जिसकी वजह से किसानों में भारी रोष देखा जा रहा है |
उनका कहना है कि प्रदेश सरकार उनकी आवाज़ को दबाने के लिए कई तरह के हथकंडे अपना रही है लेकिन कुछ भी हो जाए वह अपने गाँव की एक भी इंच ज़मीन नगर निगम में शामिल नहीं होने देंगे | जिसके चलते गाँव के प्रतिनिधियों ने बैठक का आयोजन किया और आगामी रणनीति भी बनाई |
किसान संघर्ष समिति के प्रवक्ता नीरज भारद्वाज ने कहा कि उन्हें पता चला है कि जिला प्रशासन द्वारा किसान संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं पर विरोध प्रदर्शन करने को लेकर मामले दर्ज किए गए हैं | वहीँ जो भाजपा नेता उनके साथ संघर्ष कर रहे थे उन पर दवाब बना कर या पद का लालच दे कर इस संघर्ष से दूर कर दिया गया है | लेकिन उनके जाने से यह संघर्ष खत्म होने वाला नहीं है |
उन्होंने कहा कि अगर उनका प्रदर्शन गलत था तो पिछले कल भी भाजपा ने सचिवालय के बाहर किया गया तो उस पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई | उस प्रदर्शन को देख कर पुलिस और जिला प्रशासन ने अपने आँखे क्यों बंद की | जिसका जवाब उन्हें देना होगा |