वन विभाग नालागढ़ ने गर्मियों में वन संपदा पर घटित होने वाली आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। बुधवार को वन विभाग कार्यालय नालागढ़ में रेंज ऑफिसर व ब्लॉक ऑफिसर की बैठक डीएफओ यशुदीप सिंंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई और उचित दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। बैठक में करीब 70 वन अधिकारियों ने भाग लिया। वन मंडलाधिकारी द्वारा जंगलों मेंं होने वाली आग की घटनाओं को लेकर घर घर जाकर लोगों को जागरूक करने, नियमित गश्त अभियान, वालंटियर रजिस्ट्रेशन, इंफोर्मर नैटवर्किंग, फायर वॉच स्टेशनों की पहचान आदि पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। विभाग का कहना है कि यदि किसी ने जंगल या इसके आसपास आग लगाई, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। गौर रहे कि औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में भीष्ण गर्मियों में पारा करीब 46 से 48 डिग्री तक पहुंच जाता है, जिसके चलते आगजनी की घटनाएं बढ़ती जाती है।
लेकिन इस बार वन विभाग नालागढ़ ने अपनी कसरत तेज करते हुए गर्मियों के शुरू हुए सीजन से पूर्व ही वन विभाग के कर्मियों से बैठक कर आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। भीष्ण गर्मियों में औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में आगजनी की घटनाओं से जहां लाखों-करोड़ों की वन संपदा राख हो जाती है, वहीं आगजनी की इन घटनाओं से कई पशु पक्षी भी नष्ट हो जाते हैं। इन सबसे निपटने के लिए वन विभाग नालागढ़ ने एक रणनीति तैयार करते हुए भीष्ण गर्मियों में आगजनी की इन घटनाओं पर विराम लगाने के लिए पहले ही ऐहतियातन कदम उठाए जा रहे है, ताकि ऐसी घटनाएं न घटित हो। डीएफओ नालागढ़ यशुदीप सिंह ने कहा कि गर्मियों का सीजन शुरू हो गया है। उन्होने कहा कि बैठक में आरओ व बीओ को उचित दिशा निर्देश जारी कर दिए गए है। उन्होंने क्षेत्र के लोगों से आहवान किया कि वह अपनी घासनियों में आग न लगाएं और आग लगने की सूरत में स्वयं आग बुझाने का प्रयास करें और तुरंत वन विभाग सहित फायर बिग्रेड को इसकी सूचना दें, ताकि समय रहते वन संपदा को नष्ट होने से बचाया जा सके।