भारतीय सनातन धर्म में सावन मास का विशेष महत्व है। 14 जुलाई से श्रावण मास आरंभ हो रहा है। ऐसे में भगवान भोलेनाथ के भक्तों के लिए यह महीना त्योहार की तरह ही है। मान्यता है कि सावन के महीने में भगवान शिव की आराधना से मनुष्य के सभी कष्ट दूर होते हैं। कांवड़ यात्रा एक तरह से पर्व के रूप में मनाया जाता है। सावन सोमवार में विशेष रूप से की जाने वाली भगवान शिव की आराधना भक्तों की सभी मनोकामना को पूरी करती है। ज्योतिष शास्त्र में श्रावण के महीने में सुख-शांति और समृद्धि और आर्थिक परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए कुछ खास उपाय बताए गए हैं। मान्यता है कि जो भी सावन मास में इन उपायों को करता है वह न सिर्फ रोग और दोष से मुक्ति पाता है बल्कि आर्थिक परेशानियों से भी उसे छुटकारा मिलता है। आइए जानते हैं कब से शुरू हो रहा है सावन का महीना और ऐसे कौन से उपाय हैं जिन्हें सावन के महीने में करके परेशानियों से मुक्ति पाई जा सकती है।
सावन सोमवार तिथि पहला सोमवार: 18 जुलाई दूसरा सोमवार: 25 जुलाई तीसरा सोमवार: 1 अगस्त चौथा सोमवार: 08 अगस्त
सावन मास के ज्योतिषीय उपाय
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक नौकरी और व्यवसाय में तरक्की के लिए श्रावण मास की शिवरात्रि पर माता पार्वती को चांदी की बिछिया या पायल अर्पित करने से धन आगमन के नए अवसर प्राप्त होंगे। श्रावण मास में भगवान शिव और माता पार्वती को केसर मिश्रित खीर का भोग लगाने से धन प्राप्ति के मार्ग भी खुलेंगे।
सावन के महीने में पति-पत्नी साथ मिलकर भगवान शंकर का पंचामृत से अभिषेक करने से दांपत्य जीवन में आ रही परेशानी समाप्त होती हैं। आर्थिक स्थिति मजबूत बनाने के लिए सावन के सोमवार को अनार के रस से शिव शंभू का अभिषेक करें।,
अगर शादीशुदा जोड़े सावन के सभी सोमवार का व्रत रखते हैं, तो उनके जीवन की सभी विपत्तियां दूर हो जाएंगी।
सावन के किसी सोमवार को केवल एक बार सरसों के तेल से भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से परिवार के सभी सदस्यों को रोग और दोष से मुक्ति मिलती है।