नई दिल्ली. अगर आप अपने घर में मरम्मत, बिजनेस में निवेश या फिर किसी अन्य निजी काम के लिए पर्सनल लोन लेने पर विचार कर रहे हैं तो एक बार टॉप-अप लोन के बारे में जान लें. टॉप-अप लोन आपके पास पहले से मौजूद लोन का टॉप-अप (अतिरिक्त) होता है. मसलन, अगर आपके पास होम लोन है तो उसके ऊपर आपको टॉप-अप लोन मिल जाएगा.
इसी तरह आप अपने वाहन के लोन पर भी टॉप-अप ले सकते हैं. आज हम इसी के बारे में आपको विस्तार से बताएंगे. पर्सनल लोन की जगह टॉप-अप लोन पर विचार करने का बड़ा कारण है उसकी ईएमआई. पर्सनल लोन में आपको बहुत अधिक ब्याज देना होता होता है लेकिन टॉप-अप लोन में ब्याज की दर कम होती है.
कितना है ब्याज में अंतर
पर्सनल लोन पर आपको हर महीने 12-25 फीसदी का ब्याज देना पड़ सकता है. जो आपके पहले से चल रहे वाहन लोन के साथ भरना एक बड़ा चुनौती का काम हो सकता है. दूसरी ओर ऑटो टॉप-अप लोन लगभग उसी रेट पर आपको मिल जाता है जितने पर आपको ऑटो लोन मिला है. यानी आपको 8-10 फीसदी के अतिरिक्त ब्याज पर टॉप-अप लोन मिल जाएगा.
कहां से लें टॉप अप लोन
ज्यादातर सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंक ऑटो लोन पर टॉप-अप की सुविधा दे रहे हैं. टॉप-अप लोन के लिए आवेदन करना बेहद आसान है. आपने जिस बैंक या वित्तीय संस्थान से ऑटो लोन लिया है वहां टॉप-अप के लिए आवेदन करना होगा. टॉप-अप लोन के लिए ऑनलाइन भी आवेदन किया जा सकता है. इस तरह के लोन पर प्रोसेसिंग फीस काफी कम है.
कितना और कब मिलेगा टॉप-अप लोन
जिन मौजूदा लोन ग्राहकों की ईएमआई समय से बैंक में जमा रही है उन्हीं ग्राहकों को बैंक टॉप-अप देते हैं. कई बैंक ऑटो लोन पर टॉप-अप की सुविधा तभी देते हैं जिनकी होम लोन की ईएमआई कम से कम एक साल से नियमित जा रही हो. इसके अलावा आपको कितना लोन मिलेगा यह वैल्युशन पर निर्भर करता है. यानी आपके वाहन की फिलहाल बाजार वैल्यु कितनी है यह तय करेगा कि आपको टॉप-अप लोन कितना मिलेगा. इसके अलावा आपने वाहन के लिए कितना लोन लिया है बैंक या वित्तीय संस्थान इस पर भी विचार करते हैं.