स्क्रब टाइफस से बचना है तो घास पर न चलें नंगे पैर : मुक्ता रस्तोगी

हिमाचल में कोरोना के बाद स्क्रब टाइफस दस्तक दे चुका है। शिमला में स्क्रब टाइफस के 4 मामले आ चुके है। सोलन वासियों के लिए सुखद बात यह है कि अभी तक सोलन स्क्रब टाइफस से पूरी तरह सुरक्षित है। लेकिन शिमला में स्क्रब टाइफस के आने से सोलन का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिला वासियों को बताया जा रहा है कि वह स्क्रब टाइफस से अपने आप को कैसे बचा सकते है। उन्हें कौन से सावधानियां रखनी आवश्यक होंगी ताकि उन्हें स्क्रब टाइफस छु भी न पाए। यह जानकारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी मुक्ता रस्तोगी ने मीडिया को दी।

जिला स्वास्थ्य अधिकारी मुक्ता रस्तोगी ने बताया कि अभी तक सोलन में स्क्रब टाइफस के कोई भी मामले नहीं आए हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग मीडिया के माध्यम से नागरिकों को जागरूक कर रहा है कि वह बरसातों के समय में घास पर नंगे पैर न चलें। उन्होंने बताया कि बरसातों के दौरान चूहों पर परजीवी पाए जाते है। जो ख़ास पर चिपक जाते है और उसके बाद जो व्यक्ति नंगे पैर घास पर चलता है वह उसके शरीर में प्रवेश कर जाते है और यह परजीवी स्क्रब टाइफस बिमारी का कारण बनते है। इस लिए सभी जिला वासियों को बरसात में और सतर्क रहने की आवश्यकता है।