हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक बड़ी खबर सामने आई है. कहा जा रहा है कि प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल IGMC में कार्यरत एक महिला जूनियर डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली है. सर्जरी डिपार्टमेंट में कार्यरत जूनियर डॉक्टर लक्कड़ बाजार में किराए के कमरे में रह रही थीं. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आज दोबहर में कुछ लोगों ने इसकी सूचना दी कि महिला डॉक्टर कमरे में मृत पड़ी हुई हैं. हालांकि, मौत के क्या कारण रहे हैं, इस बारे में अभी तक कोई पता नहीं लग पाया है. फिलहाल पुलिस इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर रही है. हालांकि, जांच में ये सामने आया है कि उक्त मृतक महिला डॉक्टर किराए के कमरे में अकेली रहती थी.
बता दें कि पिछले साल भी आईजीएमसी के कैंसर अस्पताल में मरीज महिला ने सुसाइड कर लिया था. महिला के सुसाइड से आईजीएमसी में हड़कंप मच गया था. महिला ने मानसिक तनाव के चलते यह कदम उठाया था. जानकारी के अनुसार, महिला मरीज ने हाथ की नस काटकर आत्महत्या कर ली थी. महिला की पहचान सुमित्रा देवी (36) के रूप में हुई थी और वह मंडी जिले के सुंदर नगर की रहने वाली थी. इलाज के लिए महिला शिमला आई थी और उसे लास्ट स्टेज का कैंसर था. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के उपरांत परिजनों को सौंप दिया था. सदर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही थी.
पीड़ा मुझसे सहन नहीं हो रही थी
तब बताया जा रहा था कि कैंसर की बीमारी से महिला अवसाद में थी और हाथ की नस काट ली. घटना के दौरान महिला का पति सो रहा था, लेकिन महिला ने कैसे अपना हाथ काटा इस बारे में उसके पति को कोई जानकारी नहीं थी. दिन में जब उसके पति ने देखा कि पत्नी का हाथ कटा हुआ है तो उसने वार्ड में सूचित किया. चिकित्सकों ने जांच के बाद बताया कि महिला की मौत हो चुकी है. महिला ने सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें लिखा था कि मैं बीमारी से बड़ी परेशान थी और कैंसर की पीड़ा मुझसे सहन नहीं हो रही थी.