जिला कांगड़ा के विकास खंड इंदौरा की ग्राम पंचायत घंडरा में चल रहे क्रेट वॉल के कार्यों में उपयोग किए जा रहे सैकड़ों मीट्रिक टन पत्थर का उपयोग हो रहा है। इस पत्थर की सप्लाई ग्राम पंचायत घंडरा के वेंडर द्वारा की जा रही है। जब घंडरा पंचायत के प्रधान से क्रेट वॉल में उपयोग किए जा रहे पत्थरों के एक्स फार्म के बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमें यह पत्थर हमारा वेंडर उपलब्ध करवा रहा है और वह उक्त पत्थरों का जीएसटी बिल भी दे रहा है । हमें यह नहीं पता कि हमारा वेंडर यह पत्थर कहां से ला रहा है और इसकी रॉयल्टी का भुगतान कर रहा है या नहीं। अब प्रश्न यह उठता है कि प्रदेश की जिन-जिन पंचायतों में क्रेट वॉल का कार्य चल रहा है और वहां पर जितना भी पत्थर लग रहा है क्या वह पंचायतों के वेंडरों द्वारा अवैध तरीके से माइनिंग करके सप्लाई कर रहा है। क्यों आज तक प्रदेश सरकार का इस और ध्यान नहीं गया।
अगर हम सरकारी ठेकेदारों की करें तो किसी भी सरकारी ठेकेदार को बिना एक्स फार्म के कोई भी विभाग पेमेंट नहीं करता, तो पंचायत कार्यों में उपयोग हो रही खनिज संपदा पर खनिज विभाग क्यों चुप्पी साधे हुए है। पंचायतों के अधिकांश वेंडर अवैध माइनिंग करके पत्थर और रेत-बजरी की सप्लाई कर रहे हैं । क्या कारण है कि आज तक पंचायती राज विभाग का इस ओर ध्यान नहीं गया। पिछले कई वर्षों से इस विभाग की नाक तले यह वेंडर अवैैध माइनिंग करके सरकार के राजस्व को करोड़ों रुपए का चुना लगाते रहे हैं। ज्ञात रहे कि प्रदेश में लगे क्रशर किसी को भी पत्थर और कच्चा माल सेल नहीं कर सकते, तो यह वेंडर कहां से पत्थर ला रहे हैं। इस बारे में जिलाधीश कांगड़ा डा. निपुन जिंदल से बात हुई तो उन्होंने कहा कि पंचायतों में ऐसी कोई भी विशेष छूट नहीं है कि बिना एक्स फार्म के कोई भी मटीरियल सप्लाई कर सके। इसके लिए आवश्यक दिशानिर्देश सभी पंचायतों को जारी कर दिए जाएंगे।