इम्यूनोथैरेपी कैंसर के मरीजों के लिए बनी नई आशा की किरण: डा. राजीव बेदी

भोजन नली में कैंसर के अंतिम चरण पर पहुंचे शिमला के 66 वर्षीय व्यक्ति का इम्यूनोथैरेपी से सफल इलाज
इम्यूनोथेरेपी शरीर में इम्यून सिस्टम को बढ़ाने के साथ कैंसर कोशिकाओं को करती है खत्म; प्रकिया दर्द रहित और प्रक्रिया दर्द रहित है और इंट्रावेनस रूट (ढ्ढङ्क) के माध्यम से प्रबंधित है –
इम्यूनोथेरेपी कैंसर कोशिकाओं को जड़ से खत्म करती है तथा शरीर में अन्य हिस्से में फैलने से रोकती है


सोलन, 8 अक्टूबर, 2022: भोजन नली में ओइसोफेगल कैंसर की चौथी स्टेज से पीडि़त 66 वर्षीय व्यक्ति को फोर्टिस अस्पताल के ऑनकोलॉजी विभाग ने कैंसर के उपचार की सबसे उन्नत तकनीक इम्यूनोथैरेपी से नया जीवनदान दिया है। इस संबंधी जानकारी देते हुए जाने माने कैंसर रोग माहिर डा. राजीव बेदी ने बताया कि इम्यूनोथैरेपी कैंसर रोगियों के लिए वरदान साबित हुई है। उन्होंने बताया कि कैंसर पीडि़त व्यक्ति की यदि समय रहते पहचान कर ली जाए तो गंभीर कैंसर रोगियों को भी बचाया जा सकता है।
फोर्टिस अस्पताल मोहाली के मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के डायरेक्टर डॉ राजीव बेदी ने बताया कि इम्यूनोथेरेपी कैंसर का नवीनतम उन्नत उपचार है जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है। भोजन नली का कैंसर खतरनाक माना जाता है क्योंकि संक्रमण तेजी से फैलता है और अगर समय पर इलाज नहीं किया जाए तो यह बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है।
शिमला के रहने वाले उपरोक्त रोगी जिसको आवाज टोन में परिवर्तन (होरसेनेस), भोजन नली में दर्द, भोजन निगलने में परेशानी, अत्यधिक वजन घटना और निरंतर हार्टबर्न जैसे लक्षणों का अनुभव हो रहा था। जांच से पता चला कि वह ओसोफेगल कैंसर (चरण 4) से पीडि़त था। विभिन्न अस्पतालों का दौरा करने और कीमोथेरेपी और रेडिएशन के कई चरणों से गुजरने के बावजूद, उनकी स्वास्थ्य स्थिति में बहुत सुधार नहीं हुआ था और कैंसर का विकास जारी रहा। इस दौरान वह डा. राजीव बेदी से मिले, जिनका इम्यूनोथेरेपी के माध्यम से इलाज कर उनको स्वस्थ किया गया। हिमाचल प्रदेश की ही एक अन्य 67 वर्षीय रोगी वीणा शर्मा को स्टेज 3 ट्यूमर का पता चला था और उनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया गया था, लेकिन उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ। वह फोर्टिस मोहाली में डॉ बेदी से मिलीं और उनका इम्यूनोथेरेपी से इलाज किया गया। इलाज के बाद उसकी हालत में काफी सुधार हुआ और वह ठीक हो गई।

डा. बेदी ने बताया कि इम्यूनोथेरेपी में इंट्रावेनस रूट (ढ्ढङ्क) के माध्यम से दवाएं शामिल है जो कैंसर से लडऩे के लिए शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने और बीमारी को आगे बढऩे से रोकने में मदद करता है। फोर्टिस मोहाली में इम्यूनोथेरेपी सत्रों के बाद, रोगी की स्वास्थ्य स्थिति में काफी सुधार हुआ और वह कैंसर से पूरी तरह से उबरने में सक्षम हुए और आज वह एक सामान्य जीवन जी रहे हैं।
इम्यूनोथेरेपी को कैंसर रोगियों के लिए वरदान बताते हुए डॉ बेदी ने कहा कि इम्यूनोथेरेपी कैंसर के लिए नवीनतम और सबसे उन्नत उपचार है। प्रक्रिया शरीर में इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है व कैंसर वाले हिस्से की पहचान कर कैंसर कोशिकाओं को जड़ से खत्म करती है व साथ ही उसको शरीर के अन्य हिस्सों में फैलने से भी रोकती है। यह एक दर्द रहित प्रक्रिया है और इंट्रावेनस रूट के माध्यम से प्रबंधन करती है।
फोर्टिस कैंसर इंस्टीट्यूट ट्यूमर बोर्ड अप्रोच, ऑर्गन स्पेसिफिक कैंसर मैनेजमेंट, एडवांस मोनाको ट्रीटमेंट, वॉल्यूमेट्रिक मॉड्यूलेटेड आर्क थेरेपी (वीएमएटी), स्टीरियोटैक्टिक रेडिएशन थेरेपी, रोबोटिक सर्जरी, 3 टेस्ला डिजिटल एमआरआई और पीईटी स्कैन सहित उन्नत उपचार विकल्प प्रदान करता है।