इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ शहबाज शरीफ ने दावा किया है कि पूर्व पीएम इमरान खान ने उनसे पाकिस्तान सेना के अगले प्रमुख की नियुक्ति आपसी परामर्श से करने का प्रस्ताव दिया था। शहबाज ने एक यू-ट्यूब इंटरव्यू में यह दावा किया है कि पूर्व पीएम की तरफ से आए इस अनुरोध को उन्होंने मानने से इनकार कर दिया था।पाकिस्तान सेना के वर्तमान मुखिया जनरल कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है। उनका कार्यकाल साल 2019 में बढ़ाकर तीन साल किया गया था। पूर्व पीएम इमरान ने ही बाजवा का कार्यकाल बढ़ाया था जो साल 2016 में सेना प्रमुख बने थे।
इमरान ने रखे दो मसले
पीएम शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के मुखिया इमरान ने करीब एक माह पहले पेशकश की थी कि वह सरकार के साथ नए आर्मी चीफ की नियुक्ति के लिए बातचीत करने को तैयार हैं। शहबाज की मानें तो एक आपसी बिजनेसमैन दोस्त के जरिए इमरान ने यह संदेश भिजवाया था। पूर्व पीएम की तरफ से दो मसलों के सुलझाने के लिए प्रस्ताव दिया गया था।
शहबाज के शब्दों में, ‘इमरान खान ने बातचीत की पेशकश थी। पहला मसला तो आर्मी चीफ का था और दूसरा जल्द चुनाव कराने का मसला था।’ उन्होंने आगे कहा कि इमरान ने उन्हें प्रस्ताव दिया था कि आर्मी चीफ के लिए उन्हें सरकार की तरफ से तीन नाम सुझाये जाये और तीन नाम वह सरकार को देंगे ताकि छह नामों में से कोई एक देश का अगला आर्मी चीफ बन सके।
शहबाज ने किया इनकार
पीएम शहबाज ने कहा कि उन्होंने इमरान खान के ऑफर को ‘थैंक्यू’ कहकर मानने से इनकार कर दिया था। शहबाज ने कहा था कि अगर दोनों लिस्टों में कोई एक ही नाम होगा जो सरकार रजामंद होगी। लेकिन इमरान के ऑफर को ठुकरा दिया गया था। शहबाज ने कहा कि इमरान ने उन्हें संदेश भिजवाया था कि सेना प्रमुख की नियुक्ति एक संवैधानिक दायित्व है जिसे पीएम को ही निभाना होता है।
शहबाज ने इसकी जगह इमरान को लोकतंत्र और अर्थव्यवस्था पर वार्ता के लिए जोर दिया। शहबाज ने यह भी कहा कि आईएसआई के डायरेक्टर जनरल और सेना की मीडिया विंग आईएसपीआर की तरफ से हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस को उनकी मंजूरी मिली थी।