पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख की नियुक्त पर ‘चुप’ रहेगी इमरान की पार्टी, खान बोले- अपना आर्मी चीफ चाहते हैं नवाज शरीफ

Imran Khan On Pak Army New Chief : तोशाखाना विवाद के चलते इमरान को पाकिस्तान चुनाव आयोग ‘अयोग्य’ करार दे चुका है। महीनों तक आरोपों से बचने के बाद इमरान ने 8 सितंबर को चुनावी निकाय को एक लिखित प्रतिक्रिया में स्वीकार किया कि प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने कम से कम चार तोहफे बेचे थे।

imran khan
File Photo

इस्लामाबाद : पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने बुधवार को कहा कि पार्टी ने सेना प्रमुख की नियुक्ति के मुद्दे पर कदम पीछे खींच लिया है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री ने लाहौर में अपने आवास पर वरिष्ठ पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के सुप्रीमो नवाज शरीफ चाहते हैं कि उनकी पसंद का एक सेना प्रमुख नियुक्त किया जाए, जो ‘उनके मामलों की देखभाल करेगा’।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि कोई भी सेना प्रमुख कभी भी संस्थान, राज्य या लोगों के खिलाफ नहीं जाएगा। तोशखाना मामले में आरोपों के बारे में- दुबई के एक व्यवसायी ने एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में दावा किया कि उसने फराह गोगी और शहजाद अकबर से देश के कुछ उपहार खरीदे हैं, इमरान ने कहा कि वह दुबई, लंदन और पाकिस्तान में संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज करेंगे।

अमेरिका के साथ चाहते हैं बेहतर संबंध
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान ने यह भी कहा कि तोशखाना मामले में बेचे गए उपहार इस्लामाबाद में बेचे गए थे, रसीदें और तारीखें सरकार के खजाने में हैं और सबूत पेश होने के बाद मामला खत्म हो जाएगा। अमेरिका के साथ संबंधों पर बात करते हुए पीटीआई के अध्यक्ष ने कहा कि वह अमेरिका के साथ लड़ाई नहीं चाहते हैं और सकारात्मक और बेहतर संबंध चाहते हैं।

कानून के शासन वाला देश ही तरक्की कर सकता है
उन्होंने दोहराया कि ‘विदेशी साजिश’ पर उनके बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि जिस देश में कानून का शासन नहीं है वह कभी भी प्रगति नहीं करेगा, केवल कानून के शासन को लागू करने से ही देश ‘स्वतंत्र’ हो सकता है। सरकार के साथ बातचीत के बारे में पीटीआई प्रमुख ने कहा कि बातचीत के लिए संपर्क किया जा रहा है, हमने उनसे चुनाव की तारीख की घोषणा करने को कहा है।