एक और सरकारी स्कूल में स्मार्ट बोर्ड बनेगा छात्रों का साथी, वित्त आयोग अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने किया शुभारंभ, सरकारी प्राइमरी स्कूलों की तस्वीर बदलने में जुटी सरकार। 

सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को उन्नत करने के लिए एक तरफ जहां इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ स्कूलों में शैक्षणिक ढांचे को भी सुदृढ़ करने की तरफ कदम बढ़ाए जा रहे हैं। शैक्षिक व्यवस्था को हाईटेक बनाने के उद्देश्य से आज के समय में स्मार्ट क्लास बोर्ड अहम भूमिका निभा रहे हैं। एक समय था जब निजी संस्थानों में इस तरह की सुविधाओं को जुटाकर अधिक से अधिक छात्रों की संख्या बढ़ाने पर बल दिया जाता था। लेकिन अब यह सुविधाएं सरकारी स्कूलों में भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। शुक्रवार को जिला मुख्यालय के गलुआ स्थित प्राइमरी स्कूल में वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने स्मार्ट क्लास रूम का शुभारंभ किया।

 जिला ऊना मुख्यालय के सरकारी प्राइमरी स्कूल गलुआ में शुक्रवार को वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने स्मार्ट क्लासरूम का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के साथ-साथ शैक्षणिक व्यवस्था को भी हाईटेक करने पर बल दे रही है। इसी के तहत शहर के इस प्राइमरी स्कूल को स्मार्ट क्लासरूम प्रदान करते हुए बच्चों को बेहतरीन ढंग से शिक्षण व्यवस्था उपलब्ध कराने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने पिछले साढ़े 4 साल में शिक्षा क्षेत्र को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से प्रभावी कदम उठाए हैं। जिसके तहत एक तरफ जहां शिक्षकों की नियुक्तियों को अधिमान दिया गया, वहीं दूसरी तरफ स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर आधुनिक सुविधाओं को जुटाने पर भी बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्कूल में स्मार्ट क्लासरूम का शुभारंभ करने का एक उद्देश्य यह भी है कि बच्चों में शैक्षिक कार्यों के प्रति दिलचस्पी बढ़ाई जा सके।