धर्मशाला में भाजपा को अनिल चौधरी के तौर पर बड़ी संजीवनी मिल गई
धर्मशाला में भाजपा को अनिल चौधरी के तौर पर बड़ी संजीवनी मिल गई है, दरअसल भाजपा के टिकट आबंटन फ़ैसले से नाराज़ हो चुके भाजपा मंडल धर्मशाला के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने आज़ाद प्रत्याशी के तौर पर पर्चा दाख़िल कर दिया था, इसके अलावा भाजपा मंडल के डेढ़ सौ से ज़्यादा कार्यकर्ताओं ने भी अपने इस्तीफ़े थमा दिये थे, ऐसे में भाजपा द्वारा धर्मशाला में उतारे गये प्रत्याशी राकेश चौधरी के सामने चुनोतियों का पहाड़ खड़ा हो चुका था, इसलिये क्योंकि एक तरफ भाजपा एसटी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष विपिन नैहरिया आज़ाद ताल ठोक चुके हैं तो वहीं दूसरी ओर अनिल चौधरी ने भी नामांकन दाख़िल कर दिया था ऐसे में भाजपा के आला नेताओं ने रूठों को मनाने का जो अभियान छेड़ा उसमें अनिल चौधरी को मनाने में तो कामयाब हो गये मगर विपिन नैहरिया अभी भी मैदान में डटे हुये हैं, नामांकन पत्र वापस लेने के बाद अनिल चौधरी ने कहा कि वो एक मर्यादित पार्टी के सदस्य हैं ऐसे में उन्हें मंडल को विश्वास में न लेने पर एतराज़ था मगर जब पार्टी के आला नेताओं ने उनका मार्गदर्शन किया तो उन्हें फ़ैसले का समर्थन करना पड़ा ये कोई राजनीतिक दबाव नहीं है, वो अब अपने उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार प्रसार करेंगे, वहीं भाजपा के जिलाध्यक्ष चंद्रभूषण नाग ने कहा हमारी पार्टी विचारों की पार्टी है इसमें विचार परिवार काम करता है और जब विचारों पर गहन मंथन होता है तो मर्यादित सदस्य मान जाते हैं यहां भी ऐसा ही हुआ मगर विपिन नैहरिया से बात चल रही है