शिमला, 27 अक्तूबर : हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के शिमला सीट के प्रत्याशी संजय सूद को ‘चायवाले’ के तौर पर प्रोजेक्ट किया गया। 2014 के बाद से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रांडिंग भी चायवाले की तरह होती आई है। वरिष्ठ मंत्री सुरेश भारद्वाज को कुसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र में शिफ्ट करने के बाद भाजपा ने संजय सूद को इस हलके से मैदान में उतारा।
मंत्री का टिकट कटते ही ये बात खासी चर्चा में आ गई कि भाजपा ने शिमला सीट पर चायवाले को टिकट दिया है। चाय बनाने के दौरान संजय सूद के वीडियो खूब वायरल हुए। इसी बीच शिमला सीट पर भाजपा के प्रत्याशी संजय सूद की अकूत संपत्ति से जुड़ी जानकारी सामने आई है। बतौर प्रत्याशी नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान संजय सूद ने हलफनामा दिया है।
इसके मुताबिक उनकी व पत्नी की 99,69,501 की चल संपत्ति है। इसके अलावा पति-पत्नी के अलावा 1 करोड़ 69 लाख की अचल संपत्ति है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से 1985 में बीए की शिक्षा हासिल की है।
हलफनामे में दी गई जानकारी के मुताबिक अचल संपत्तियों की फेहरिस्त लंबी है। एक अहम जानकारी ये भी है कि संजय सूद पर एक रुपए की भी देनदारी नहीं है। साथ ही सरकारी विभागों की भी कोई देनदारी नहीं है।
दिलचस्प ये भी है कि अपने पेशे से जुड़ी जानकारी में सूद ने खुद को समाजसेवक बताया है। साथ ही ये भी जिक्र किया है कि शिमला ओल्ड बस स्टैंड पर एक दुकान है। ये दुकान चाय की है, इस बात का जिक्र नहीं किया गया है। संजय सूद के खिलाफ कोई भी आपराधिक मामला नहीं है।
2021-22 की आईटीआर में संजय सूद ने 4,94,210 रुपए की आमदनी का जिक्र किया है। पत्नी की आमदनी 5,24,920 रुपए बताई गई है। हलफनामे में दर्शाई गई अचल संपत्ति का मूल्यांकन प्रत्याशी के अपने स्तर पर किया गया है।
दीगर है कि कांग्रेस ने भी चाय बेचने वाले के टिकट का आवेदन किया था, लेकिन दिया नहीं। केवल सुर्खियां ही बटोरी गई थी।