सुंदरनगर, 25 अक्टूबर : मंडी जिला के आरक्षित नाचन विधानसभा क्षेत्र में आजाद उम्मीदवार भाजपा (Bharatiya Janata Party) और कांग्रेस (Congress) के चुनावी गणित पर भारी पड़ते जा रहे हैं। कांग्रेस में जहां टिकट आबंटन के विरोध में अंतर्कलह का दौर चल रहा है। वहीं इस बार नाचन में भाजपा के लिए भी राहें आसान नहीं लग रही है। कांग्रेस ने इस बार नए चेहरे नरेश चौहान को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने विनोद कुमार पर तीसरी बार भरोसा जताया है।
वर्ष 2012 में हुए चुनावों में भाजपा के विनोद कुमार का मुकाबला कांग्रेस के लाल सिंह कौशल के साथ हुआ था। भाजपा के विनोद कुमार ने कांग्रेस के लाल सिंह कौशल को करारी शिकस्त देते हुए सर्वाधिक मतों के अंतर से जीत हासिल करने का रिकॉर्ड (Record) बनाया था। 2017 में 61687 वैध मतों में से 38154 वोट विनोद को, जबकि लाल सिंह कौशल को 22258 मत मिले थे।
बार 2003 चुनाव जीता था, टेक चंद डोगरा विधायक बने थे। इसके बाद से लगातार भाजपा प्रत्याशी की जीत हो रही है। 2007 में भाजपा टिकट पर दिलेराम, 2012 व 2017 में भाजपा के विनोद कुमार ने ही यहां से जीत हासिल की थी। अब तीसरी बार मैदान में उतर कर हैट्रिक लगाना चाहते है। कांग्रेस ने 2007 और 2012 के चुनावों में टेक चंद डोगरा की हार पर मंथन करते हुए वर्ष 2017 के चुनावों में लाल सिंह कौशल को टिकट दी और उनकी यहां से करारी हार हुई।
इसके बाद से नाचन कांग्रेस में गुटबाजी लगातार बढ़ती गई और इसका परिणाम है कि नाचन में कांग्रेस एकजुट नहीं है। दूसरे नेता जहां चुनावी मैदान में प्रचार प्रसार में जुटे हैं। वहीं कांग्रेसी टिकट के विरोध में जुटे हुए हैं। चर्चा है कि टिकट के दावेदार भी 25 को नामांकन भर चुनावी मैदान में कूद कर कांग्रेस के लिए संकट बढ़ा सकते है।
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