स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुर्वेद मन्त्री नेे कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार राज्य में चिकित्सा सुविधाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में अग्रसर है और अब तक के कार्यकाल में 1400 चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है। डाॅ. सैजल आज कसौली विधानसभा क्षेत्र के कसौली में पौधरोपण करने तथा जोहड़जी में वन विश्राम गृह का शिलान्यास करने के उपरान्त स्थानीय लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने ग्राम पंचायत काबा कलां के जोहड़जी में 75 लाख रुपए की लागत से निर्मित होने वाले वन विश्राम गृह की अधारशिला रखी तथा महत्वाकांक्षी ‘एक बूटा बेटी के नाम’ योजना के तहत कन्या शिशुओं एवं उनके अभिभावकों को पौधा एवं किट वितरित की।
डाॅ. सैजल ने कहा कि वर्तमान समय में लोगों को उनके घर-द्वार तक बेहतर स्वासथ्य सेवाएं प्रदान करना प्रदेश सरकार का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि केन्द्र तथा प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाएं इस दिशा में अत्यन्त महत्वपूर्ण सिद्ध हो रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना की तर्ज पर ‘हिमकेयर’ योजना कार्यन्वित की जा रही है। इस योजना के तहत पंजीकृत परिवार के पांच सदस्य 05 लाख रुपये तक प्रतिवर्ष निःशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। योजना में अब तक 5.50 लाख परिवार पंजीकृत हो चुके हैं तथा एक लाख से भी अधिक रोगी योजना के तहत अपना उपचार करवा चुके हैं। योजना के अन्तर्गत 92 करोड़ रुपये से भी अधिक व्यय कर लक्षित वर्गों को लाभान्वित किया गया है।
आयुर्वेद मन्त्री ने कहा कि कठिन परिस्थितियों में हिमाचल के विकास को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है और प्रदेश को इस अवधि में सुशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि-बागवानी सहित सतत् विकास लक्ष्यों में बेहतर प्रदर्शन के लिए अनेक राष्ट्र-स्तरीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।
डाॅ. सैजल ने कहा कि जोहड़जी धार्मिक एवं पर्यटन दृष्टि से महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जोहड़जी सहित ग्राम पंचायत प्राथा, भोजनगर, नारायणी इत्यादि क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से उभारने के लिए योजनाबद्ध कार्य किया जाएगा।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मन्त्री ने कहा कि कसौली छावनी क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं के शीघ्र निपटारे के लिए प्रदेश के मुख्यमन्त्री के माध्यम से केन्द्र सरकार को ज्ञापन प्रेषित किया गया है। उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही इस दिशा में केन्द्रीय रक्षा मन्त्री राजनाथ सिंह से मिलकर इन समस्याओं के शीघ्र निपटारे की मांग करेंगे।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेन्सिग, मास्क का प्रयोग तथा बार-बार अपने हाथ साबुन से धोना अथवा एल्कोहल युक्त सैनिटाईजर से साफ करना आवश्यक है। उन्होंने सभी से इन नियमों का पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को शीघ्र सुलझाया जाएगा।
इस अवसर पर जोहड़जी में ‘एक बूटा बेटी के नाम’ योजना के तहत पारूल, दिव्यांशी तथा अम्बिका के अभिभावकों ने क्रमशः दाड़ु, बेहड़ा तथा हरड़ के पौधे रोपे।
डाॅ. सैजल ने कसौली में तुन्नी का पौधा रोपा। इस अवसर पर जगरेण्डा, रीठा, तुन्नी इत्यादि के 150 से अधिक पौधे रोपे गए।
लोगों ने इस अवसर पर कसौली छावनी बोर्ड की समस्याओं को सुलझाने तथा कसौली-कालका सड़क को लोक निर्माण विभाग को हस्तांतरित करने की मांग की।
वन मण्डल अधिकारी सोलन डाॅ. नीरज चड्डा ने कहा कि ‘एक बूटा बेटी के नाम’ योजना के तहत जिला में 339 बेटियों को घर-द्वार पर बूटे उपलब्ध करवाए जाएंगे। इस अवसर पर एपीएमसी सोलन के अध्यक्ष संजीव कश्यप, भाजपा मण्डल कसौली के अध्यक्ष कपूर सिंह वर्मा, जुवेनाईल जस्टिस बोर्ड के सदस्य राजकुमार सिंगला, जोगेन्द्र्रा बैंक के पूर्व अध्यक्ष लाज किशाोर, कसौली छावनी बोर्ड के सदस्य देवेन्द्र गुप्ता, पूर्व सदस्य सुदेश बंसल, ग्राम पंचायत नारी के उप प्रधान हिमांशु गुप्ता, भाजपा मण्डल कसौली अनुसूचित जाति मोर्चा के सचिव अमित सहोटा, सूचना प्रौद्योगिकी प्रकोष्ठ के अजमेर सिंह, भाजपा तथा भाजयुमो के अन्य पदाधिकारी अरण्यपाल अशोक चैहान, वन मण्डल अधिकारी डाॅ. नीरज चड्डा, सहायक अरण्यपाल पवन अचल, वन खण्ड अधिकारी संदीपना गुप्ता एवं प्रदीप कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं क्षेत्रवासी उपस्थित थे।