पुलिस विभाग की जांच में 120 से अधिक आरोपियों की निकली 65 करोड़ की अवैध संपत्ति

 हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग संगठित अपराधों में संलिप्त गिरोहों तथा ड्रग, शराब व खनन माफियाओं को टारगेट करके उनके नैटवर्क का पर्दाफाश करने में जुटा है। इसी कड़ी में विभाग मई 2021 से ऐसे 25 मामले, जिनमें 2 केस भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत लोकसेवकों द्वारा गबन किए जाने, 6 नशा तस्करी, 5 जालसाजी व धोखाधड़ी, 7 अवैध शराब, 4 अवैध खनन और 1 हत्या के प्रयास से जुड़ा है, की गहन जांच-पड़ताल करते हुए आरोपियों के आपराधिक गठजोड़ को बेनकाब किया है।

कार्रवाई के लिए प्रवर्तन निदेशालय को सौंपा

इन मामलों में 120 से अधिक आरोपियों की 65 करोड़ से अधिक की अवैध संपत्तियों की जांच भी की गई, जिसे कानूनी कार्रवाई के लिए प्रवर्तन निदेशालय को सौंपा गया है ताकि अवैध संपत्तियों को जब्त किया जा सके और संगठित अपराधियों और गिरोहों की कमर टूट सके। प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने कहा कि पुलिस मुख्यालय में धन शोधन रोधी प्रकोष्ठ का गठन किया है। इसके तहत कई प्रमुख संगठित अपराधों की जानकारी प्रवर्तन निदेशालय से सांझा की गई है। 

ईडी ने शुरू की जांच

राज्य के नाहन, ऊना और कांगड़ा में नाइलेट के नाम से खोले गए संस्थानों की ईडी ने जांच शुरू कर दी है। संबंधित संस्थान बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में संलिप्त पाए गए हैं और उनके खिलाफ सीबीआई जांच पूरी कर चुकी है, ऐसे में अब ईडी जांच अमल में ला रहा है। इस दौरान यदि मनी लॉन्ड्रिग से जुड़े तथ्य पाए जाते हैं तो संपत्ति को अटैच किया जाएगा।