सोलन, 20 अगस्त
हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री श्री गोविंद ठाकुर ने आज शूलिनी विश्वविद्यालय के प्रबंधन विज्ञान और उदार कला संकाय द्वारा आयोजित सामाजिक विज्ञान-2021 (YICCIS-2021) में समकालीन मुद्दों पर प्रतिष्ठित योगानंद अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, श्री ठाकुर ने कहा कि शिक्षा के प्रसार के लिए आधुनिक तकनीक को अपनाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार की शिक्षा प्रणाली प्रौद्योगिकी और प्रगति जैसे ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली और गतिशील पाठ्यक्रम की मदद से मौजूदा स्थिति पर काबू पा रही है। उन्होंने छात्रों को अपने जीवन में गतिशील और सकारात्मकता से भरे रहने के लिए प्रोत्साहित किया।
श्री ठाकुर ने शूलिनी विश्वविद्यालय की शिक्षा बिरादरी की भी प्रशंसा की और कहा कि यह प्रौद्योगिकी को त्वरित रूप से अपनाने के कारण कोविड महामारी द्वारा प्रदान की गई असफलताओं के बावजूद आगे रहा।
इससे पूर्व कुलाधिपति प्रो पी के खोसला ने मुख्य अतिथि को धन्यवाद दिया और उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा अपनाई गई तकनीक के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के साथ अनुसंधान पर जोर हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। उन्होंने मानव व्यवहार और समाज के संबंध में विज्ञान और योग के महत्व के बारे में भी बताया।
सम्मानित अतिथि कर्नल धनी राम शांडिल, विधायक, ने सम्मेलन को संबोधित किया और शिक्षा के पाठ्यक्रम में प्रगति के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा एक बड़ी छलांग लगा रही है और शूलिनी विश्वविद्यालय की कड़ी मेहनत और बिरादरी की महामारी की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होने की प्रशंसा की।
कुलपति प्रो. अतुल खोसला ने सम्मेलन को संबोधित किया और प्रबंधन विज्ञान और उनके महत्व के बारे में बताया। उन्होंने किसी भी संगठन की सफलता के लिए आवश्यक सहयोगात्मक प्रयास पर भी जोर दिया।
सम्मेलन के संयोजक, निदेशक एमबीए प्रोग्राम, प्रो. कुलदीप चंद रोझे ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और सम्मेलन के महत्व पर प्रकाश डाला।
डीन रिसर्च, प्रो सौरभ कुलश्रेष्ठ ने बताया कि शूलिनी विश्वविद्यालय का मिशन शीर्ष 200 वैश्विक विश्वविद्यालयों में शामिल होना था और यह सही दिशा में था।
सहायक प्रोफेसर डॉ अंकिता वर्मा ने सम्मेलन का संचालन किया, जबकि अंत में धन्यवाद ज्ञापन एफएमएसएलए के डॉ विनय नेगी ने दिया।