साउथ अफ्रीका के खिलाफ T20 सीरीज में दीपक चाहर -फोटो ट्विटर पेज
नई दिल्ली. व्हाइट-बॉल क्रिकेट में नई बॉल के साथ दीपक चाहर ने पिछले कुछ वर्षों में मेन इन ब्लू के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण गेंदबाज बन गए हैं. गेंद को दोनों तरफ से स्विंग कराने की अपनी क्षमता की वजह से उन्हें खास सम्मान मिला हुआ है, फिर भी चाहर को गुरुवार को लखनऊ में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना गया.
टीम में दीपक चाहर के नहीं होने पर क्रिकेट फैंस चकित हैं, क्योंकि तेज गेंदबाज के लखनऊ में प्रोटियाज के खिलाफ शुरुआती एकदिवसीय मैच में भारतीय गेंदबाजी स्क्वॉड में लीड करने की उम्मीद थी. जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार जैसे सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में भारत को अफ्रीका के खिलाफ कुछ कम अनुभवी चेहरों को टीम में उतारना पड़ा.
चाहर के टीम में नहीं होने से फैंस हैरान हैं.
गेंद को स्विंग कराने की क्षमता चाहर को दूसरों से अलग करती है
तेज गेंदबाजी में चाहर के बजाय मोहम्मद सिराज, अवेश खान और शार्दुल ठाकुर को वरीयता दी गई, जबकि रवि बिश्नोई और कुलदीप यादव को स्पिनरों के रूप में रखा गया है. सिराज, अवेश, शार्दुल और दीपक अनुभव के मामले में एक-दूसरे से मिलते-जुलते हैं, लेकिन चाहर की गेंद को स्विंग कराने की क्षमता ही उन्हें बाकियों से अलग करती है. फैंस का मानना है कि लखनऊ में दिन में बादल छाए रहने के कारण चाहर विकेट लेने का एक अच्छा विकल्प हो सकते थे.
चाहर ने अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में अच्छी गेंदबाजी की थी.
फैंस ट्विटर पर जता रहे हैं हैरानी
क्रिकेट प्रशंसकों ने ट्विटर पर लगातार ट्वीट्स कर टीम मैनेजमेंट के इस फैसले पर हैरानी जता रहे हैं. कुछ का मानना था कि सिराज पहले वनडे में टीम का हिस्सा नहीं हैं, शायद इसलिए कि टी20 विश्व कप 2022 से पहले उनका सावधानी से इस्तेमाल किया जा रहा है, जहां वह भारत के 15 सदस्यीय टीम में घायल जसप्रीत बुमराह की जगह ले सकते हैं. चाहर पहले से ही स्टैंड-बाय खिलाड़ियों में शामिल हैं. लेकिन सिराज को टीम में जगह दी गई.
चाहर न केवल गेंदबाजी में स्विंग कराने में माहिर हैं, बल्कि 29 वर्षीय खिलाड़ी बल्ले से भी मौका मिलने पर कमाल करते हैं. अपने ODI और T20I करियर में चाहर का एवरेज 60 और 53 का है, जबकि उन्होंने क्रमशः 101.69 और 203.85 की स्ट्राइक रेट से गेंदों पर प्रहार करते हैं.