IND vs SA: ‘इंजीनियर क्रिकेटर’ को मिला टीम इंडिया में मौका, गांगुली ने पहचाना था टैलेंट

India vs  vs SA 2nd ODI: 
बंगाल की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले शाहबाज अहमद ने रांची में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया. (Shahbaz Ahmed Instagram)

India vs vs SA 2nd ODI: बंगाल की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले शाहबाज अहमद ने रांची में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया.

नई दिल्ली. शाहबाज अहमद का टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रांची वनडे में उन्होंने डेब्यू किया. इससे पहले, शाहबाज भारतीय टीम में तो चुने गए थे. लेकिन, डेब्यू का मौका नहीं मिला. लेकिन, रांची में कप्तान शिखऱ धवन और भारतीय टीम मैनेजमेंट ने बंगाल की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले इस ऑलराउंडर पर भरोसा जताया और प्लेइंग-XI में शामिल किया. शाहबाज बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज के अलावा निचले क्रम में अच्छी बल्लेबाजी भी करते हैं.

शाहबाज वैसे हरियाणा में पैदा हुए हैं. लेकिन, घरेलू क्रिकेट बंगाल की तरफ से खेलते हैं. उन्होंने 2018 में अपना लिस्ट-ए डेब्यू किया था. उन्होंने अब तक 27 मैच में 47.28 की औसत से 662 रन बनाए हैं. उन्होंने 4.50 की इकोनॉमी रेट से 254 विकेट भी लिए हैं. इस साल आईपीएल में शाहबाज विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से खेले थे. उन्होंने 120 के स्ट्राइक रेट से 120 रन बनाने के साथ 4 विकेट भी लिए थे.

शाहबाज को टी20 सीरीज में भी चुना गया था
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज से पहले शाहबाज का टीम इंडिया में सेलेक्शन जिम्बाब्वे दौरे के लिए भी हुआ था. जहां वो वाशिंगटन सुंदर के रिप्लेसमेंट के तौर पर गए थे. इसके बाद उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3 टी20 की सीरीज की टीम में भी शामिल किया गया था. हालांकि, उनको डेब्यू का मौका नहीं मिला था. अब जाकर उनका इंतजार पूरा हुआ है.

रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में शतक लगाया था
घरेलू क्रिकेट में, अहमद बंगाल के लिए खेलते हैं और 2022 सीज़न में टीम के टॉप स्कोरर रहने के साथ ही संयुक्त रूप से सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. उन्होंने 60.25 की औसत से 482 रन बनाए जबकि 20 विकेट लेकर बंगाल को रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंचाया था. उन्होंने रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल मैच में बंगाल के लिए मध्यप्रदेश के खिलाफ 116 रन बनाने के अलावा 8 विकेट भी झटके थे.

इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है
शाहबाज मूल रूप से हरियाणा के मेवात जिले के हैं. लेकिन, हरियाणा में मौका नहीं मिलने के कारण क्रिकेट करियर बनाने के लिए बंगाल चले गए. पिता शाहबाज को इंजीनियर बनाना चाहते थे. उन्होंने इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला भी ले लिया था.लेकिन, उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता था. वो क्रिकेट के लिए क्लास छोड़ देते थे. जब पिता को यह बात पता चली तो उन्होंने शाहबाज से बात की और क्रिकेट या इंजीनियर में से किसी एक चीज को चुनने के लिए कहा. शाहबाज ने क्रिकेट को चुना. हालांकि, उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और इंजीनियरिंग भी पूरी की.

गांगुली ने पहचाना था टैलेंट
बंगाल में शाहबाज क्लब क्रिकेट खेलने लगे. एक बार सौरव गांगुली की उन पर नजर पड़ी और यहीं से उनकी किस्मत ने करवट ली. उन्हें बंगाल की अंडर-23 टीम में खेलने का मौका मिला और अच्छे प्रदर्शन के दम पर उन्होंने 2018 में बंगाल की सीनियर टीम की तरफ से डेब्यू कर लिया. इसके बाद 2019-20 में उन्हें इंडिया-ए टीम में चुना गया. इसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और टीम इंडिया तक का सफर तय कर लिया.