India vs South Africa ODI Series: भारत को दक्षिण अफ्रीका सीरीज में 3 मैच विनर खिलाड़ी मिले.
नई दिल्ली. रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों के बिना भी टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका की फुल स्ट्रेंथ टीम को 3 वनडे की सीरीज में पिछड़ने के बावजूद हरा दिया. एक बार फिर बेंच स्ट्रेंथ परीक्षा में पास हुआ. यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा संकेत है. यह इस साल रोहित-विराट जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के बिना भारत की वनडे में लगातार तीसरी सीरीज जीत है. इससे पहले, भारत ने जुलाई में वेस्टइंडीज को 3 वनडे की सीरीज में क्लीन स्वीप किया था और अगस्त में जिम्बाब्वे का उसके घर में वनडे सीरीज में सफाया किया था और एक बार फिर शिखर धवन की कप्तानी में युवा खिलाड़ियों से सजी टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीम को आखिरी दो वनडे में आसानी से हराकर वनडे सीरीज जीती.
युवा खिलाड़ियों के इस चमकदार प्रदर्शन से सेलेक्टर्स काफी खुश होंगे, क्योंकि बीते 1 साल में जब-जब बेंच स्ट्रेंथ को परखा गया, वो खरे सोने की तरह निखरकर सामने आए. अगले साल भारत में वनडे वर्ल्ड कप होना है, उससे पहले युवा खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से 2011 के बाद भारत के विश्व कप जीतने की उम्मीदें फिर से मजबूत कर दी हैं. अब भारत के पास विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह के अलावा भी कई मैच विनर खिलाड़ी हैं, जो खुद के बूते जीत दिलाने का दम रखते हैं. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हालिया वनडे सीरीज में यह बात सच साबित हुई.
इस सीरीज में भारत को 3 मैच विनर खिलाड़ी मिले, जो अगले साल होने वाले वनडे वर्ल्ड कप में भी ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं. आइए एक-एक उन खिलाड़ियों के बारे में आपको बताते हैं.
कुलदीप यादव: इस चाइनामैन गेंदबाज ने दिल्ली में हुए तीसरे वनडे में दक्षिण अफ्रीका को 99 रन पर समेटने में अहम रोल निभाया. कुलदीप ने 7 गेंद के भीतर 3 विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका के लोअर ऑर्डर को तहस-नहस कर दिया. उन्होंने मैच में 4 ओवर में 18 रन देकर 4 विकेट लिए. यह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनका बेस्ट प्रदर्शन है. कुलदीप की घातक गेंदबाजी के कारण ही अफ्रीकी टीम 100 रन का आकंड़ा भी पार नहीं कर पाई और भारत ने आसानी से तीसरा और निर्णायक मुकाबला 7 विकेट से जीतकर सीरीज अपने नाम कर ली. यह भारत की लगातार पांचवीं वनडे सीरीज जीत रही. कुलदीप ने सीरीज के 3 मैच में 17 की औसत से 6 विकेट लिए और उन्होंने अगले साल होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के लिए भी अपना दावा मजबूत कर लिया.
श्रेयस अय्यर: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में श्रेयस अय्यर भारतीय बल्लेबाजी की सबसे मजबूत कड़ी साबित हुए. वो सीरीज के टॉप स्कोरर रहे. अय्यर ने 3 मैच में 191 की औसत से 191 रन बनाए. वो सीरीज के आखिरी दोनों मैच में टीम को जीत दिलाने के बाद नाबाद लौटे. रांची में उन्होंने नाबाद 113 और दिल्ली में 28 रन बनाए. वहीं, लखनऊ वनडे में भी उनके बल्ले से 50 रन निकले थे और उन्होंने टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचा भी दिया था. हालांकि, बाद में भारत 9 रन से मैच हार गया था. अय्यर ने मिडिल ऑर्डर में जिस जिम्मेदारी से बल्लेबाजी की, उससे एक बात साफ हो गई है कि वो क्रिकेटर के तौर पर अब परिपक्व हो गए हैं. उन्हें अपनी जिम्मेदारी और विकेट की कीमत का अंदाजा हो गया है.
यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छी बात है. श्रेयस को भले ही टी20 विश्व कप की टीम में जगह नहीं मिली. लेकिन, वनडे विश्व कप में उनकी जगह मध्य क्रम में करीब-करीब पक्की हो गई है.
नई गेंद से सिराज ने कमाल की गेंदबाजी की
इस तेज गेंदबाज ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में कमाल की गेंदबाजी की. सिराज ने सीरीज में 20.80 की औसत से 5 विकेट लिए. उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया. सिराज ने इस सीरीज में नई गेंद से शानदार गेंदबाजी की और पावरप्ले में भारत को विकेट दिलाए. इसी वजह से बाकी के गेंदबाज दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों पर दबाव बना पाए. उन्हें टी20 विश्व कप के स्क्वॉड में शामिल नहीं किया गया, लेकिन जिस तरह से सिराज ने इस सीरीज में गेंदबाजी की है, वो विश्व कप के लिए जसप्रीत बुमराह के रिप्लेसमेंट के तौर पर मोहम्मद शमी को कड़ी टक्कर देते दिख रहे हैं. इतना ही नहीं, अगले साल होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के लिए भी अपना दावा मजबूत कर लिया है.