India beat Sri Lanka In 2nd ODI: भारतीय टीम ने श्रीलंका पर दमदार जीत दर्ज करते हुए सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर ली है। इसके साथ ही भारत को मिशन वर्ल्ड कप के लिए भी एक बड़ा फायदा हुआ है।
कोलकाता: आलोचकों के निशाने पर चल रहे लोकेश राहुल (64*) की संयमित अर्धशतकीय पारी और टीम से अंदर-बाहर होते रहे कुलदीप यादव (3/51) की शानदार फिरकी की बदौलत भारत ने कोलकाता में खेले गए दूसरे वनडे में श्रीलंका को चार विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली। कुलदीप यादव और मोहम्मद सिराज की धारदार गेंदबाजी की बदौलत भारत ने श्रीलंका को 40 ओवर के भीतर 215 रन पर समेट दिया। पदार्पण कर रहे ओपनर नुवानिदु फर्नांडो (50) और कुसल मेंडिस (34) की पारियों से एक समय श्रीलंका की टीम एक विकेट पर 102 रन बनाकर अच्छी स्थिति में होने के बावजूद 39.4 ओवर में आउट हो गई। कुलदीप के अलावा सिराज ने भी तीन विकेट चटकाए।
वर्ल्ड कप साल की अच्छी खबर
यह वनडे वर्ल्ड कप का साल है और यह वर्ल्ड कप भारत में ही होना है। इस लिहाज से एक अच्छी बात भारतीय टीम के हक में होती नजर आ रही है। भारतीय स्पिनर्स साल 2022 के बाद से बीच के ओवर्स में बहुत प्रभावशाली नजर आ रहे हैं। साल 2019 वनडे वर्ल्ड कप से 2021 तक टीम इंडिया के स्पिनर्स ने दूसरे पावरप्ले (11-40) में 39 विकेट निकाले थे। इनमें उनका ऐवरेज 52.9 का रहा। लेकिन साल 2022 की शुरुआत से इन बीच के ओवर्स में भारतीय स्पिनर्स ज्यादा घातक साबित हुए हैं। उन्होंने इस दौरान कुल 56 विकेट निकाले हैं और उनका औसत 32.4 का रहा है। इसमें कुलदीप यादव की भूमिका भी अहम रही है जिन्होंने 9 पारियों में 23.5 के ऐवरेज से 15 विकेट निकाले हैं।
पांचवें पर एक और उम्दा पारी
लक्ष्य ज्यादा बड़ा नहीं था लेकिन लाहिरू कुमारा (2/64) ने दनदनाती गेंदों से शीर्ष क्रम को झकझोर दिया। भारत ने एक समय 86 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे। लेकिन इसके बाद से राहुल ने हार्दिक पंड्या (36) के साथ मिलकर 75 रन की साझेदारी करके टीम को दोबारा पटरी पर डाला। मुश्किल हालात को देखते हुए हार्दिक ने भी अपने खेल को बदलते हुए धीरे-धीरे स्कोर को आगे बढ़ाया। पांचवें क्रम पर राहुल ने इससे पहले भी कुछ अच्छी पारियां खेली थीं और यहां एक बार फिर विषम परिस्थितियों में उन्होंने अर्धशतक जड़ा। पांचवें क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए राहुल ने कुल 15 वनडे पारियों में अपनी सातवीं फिफ्टी प्लस पारी खेली। इस क्रम पर उनका ऐवरेज 53.1 का है। हार्दिक के जाने के बाद उन्हें कुलदीप यादव का साथ मिला और दोनों ने 40 गेंद शेष रहते टीम की जीत सुनिश्चित की।
फेल रही ओपनिंग जोड़ी
ईडन गार्डंस पर अपने वनडे करियर की सबसे बड़ी पारी (264) खेलने वाले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (17) और शुभमान गिल (21) ने छोटे लक्ष्य के खिलाफ टीम को ताबड़तोड़ शुरुआत दिलाई। चार ओवर में ही टीम का टोटल 30 रन पहुंच गया। इस दौरान रोहित ने दो चौके और एक छक्का लगाया तो गिल ने भी तीन आकर्षक चौके जड़े। लेकिन अगले दो ओवर में दोनों एक-एक कर पविलियन लौट गए। टीम इन झटकों से संभलती इससे पहले लाहिरू की एक तेज रफ्तार गेंद ने पिछले मैच के शतकवीर विराट कोहली का ऑफ स्टंप उखाड़ दिया। दस ओवर में भारत ने दस 67 रन पर तीन बड़े विकेट गंवा दिए थे।
फिर खुद को साबित किया
बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव टेस्ट में वापसी करते हुए 5 विकेट चटकाने के बावजूद कुलदीप को अगले टेस्ट से बाहर कर दिया गया था। उन्हें लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल के दाएं कंधे में सूजन के कारण बाहर होने पर गुरुवार को अंतिम एकादश में मौका दिया गया। कुलदीप ने एक बार फिर खुद को साबित करते हुए श्रीलंका के मध्य क्रम को ध्वस्त किया। उन्होंने पिछले मैच में नाबाद शतक जड़ने वाले श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका (2) को भी बोल्ड किया। मेहमान टीम ने बीच में 43 गेंद में पांच विकेट गंवाए, जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान कुलदीप ने पहुंचाई।
पुछल्लों ने दी राहत
श्रीलंका की हालत खस्ता थी ऐसे में पुछल्ले बल्लेबाजों ने छोटी छोटी साझेदारियां करके टीम को सम्मानजक स्कोर तक पहुंचाया। वनडे में भारत के खिलाफ यह चौथी बार था जब किसी टीम के सातवें, आठवें और नौवें विकेट के लिए पुछल्ले बल्लेबाजों ने 25 या इससे ज्यादा रन की साझेदारी करके टीम को संभाला। पिछली बार भारत के खिलाफ ऐसा इंग्लैंड ने 2021 में पुणे में खेले गए वनडे में किया था। श्रीलंका ने एक समय 126 रन पर छह विकेट गंवा दिया था, जिसके बाद निचले क्रम में उपयोगी पारियां खेलकर टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। दुनिथ वेलालागे (32) और वानिंदु हसरंगा (21) ने सातवें विकेट के लिए 26 रन, करुणारत्ने (17) वेलालेगा ने आठवें विकेट के लिए 25 और कासुन रजिता (17*) वेलालेगा ने नौवें विकेट के लिए 38 रन की पार्टनरशिप निभाई।