IND vs SL: सूर्यकुमार यादव बल्ले से बरसा रहे थे आग, फिर भी छोड़नी पड़ी कप्तानी… यूं पलटी थी किस्मत की बाजी

India vs Sri Lanka T20: भारतीय स्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव ने 50 से कम पारियों में तीसरा टी-20 इंटरनेशनल शतक जड़ते हुए क्रिकेट वर्ल्ड में तूफान ला दिया है। हर कोई उनकी बातें कर रहा है। हर कोई दीवाना है।

नई दिल्ली: ये कवर पर चौका, वो रिवर्स स्वीप से छक्का… जब सूर्यकुमार यादव मैदान पर बल्ला लेकर उतरते हैं तो कॉमेंटेटर यही तो कहते रहते हैं। सूर्यकुमार यादव बल्ले से आग लगा रहे हैं। हर कोई उनकी अजब-गजब बल्लेबाजी का दीवाना हो गया है। जहां देखो वहां सूर्या ही सूर्या छाए हुए हैं। टैलेंट की खान सूर्या को देर से टीम इंडिया में एंट्री को लेकर पूर्व कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री पर सवाल भी उठाया जा रहा है। महज 43 T20 इंटरनेशनल पारियों 3 सेंचुरी जड़ देना उनके कद को दर्शाता है, लेकिन अधिकतर लोग इस बात को भूल चुके हैं कि यही सूर्या हैं, जिन्होंने बल्ले से शानदार प्रदर्शन के बावजूद मुंबई रणजी टीम की कप्तानी को छोड़ दिया था।

मुंबई की हार और सूर्यकुमार यादव ने छोड़ दी कप्तानी
2015 की घटना है। महान सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर की टीम मुंबई को रणजी में तमिलनाडु से पारी और 44 रन से निराशाजनक हार मिली। इसके बाद कप्तान सूर्यकुमार यादव ने इस्तीफा दे दिया। उनकी जगह बाकी बचे मैचों में आदित्य तारे ने टीम की कमान संभाली। मुंबई के लिए यह सत्र बहुत अच्छा नहीं रहा था। वह कप्तान के रूप में नतीजे नहीं दे सके, लेकिन बल्ले से यादव का फॉर्म प्रभावशाली रहा था। उन्होंने कप्तानी छोड़ने के समय 53.88 की औसत से 485 रन बनाए थे, जिसमें दो शतक शामिल थे।

सूर्या ने कहा था- कप्तानी के बगैर भी टीम को लीड करूंगा
कप्तानी छोड़ने को लेकर जब सवाल किया गया तो फिलहाल टी-20 के नंबर वन बल्लेबाज सूर्यकुमार ने कहा कि उन्हें लगा कि वह कप्तानी के बिना टीम की जिम्मेदारियों को अधिक प्रभावी ढंग से निभा सकेंगे। उन्होंने कहा, ‘यह एक व्यक्तिगत फैसला है। मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) का भी मानना है कि मैं कप्तान के बिना एक खिलाड़ी के रूप में अधिक स्वतंत्र रूप से स्कोर कर सकता हूं। ऐसा नहीं है कि मैं अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहा हूं। मैं अब और भी बेहतर तरीके से मुंबई टीम को सेवा दे सकूंगा।’

2018 से बदली सूर्यकुमार यादव की किस्मत
अनुभवी खिलाड़ियों जहीर खान और रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में सूर्यकुमार को कप्तानी मिली थी। उस समय SKY इंडियन प्रीमियर लीग की धाकड़ कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) फ्रेंचाइजी का हिस्सा थे। हालांकि, वह आईपीएल में उस समय इतना विध्वंसक नहीं थे, जितना अब हैं। IPL 2018 में पहली बार सूर्या का रौद्र रूप देखने को मिला था। उन्होंने मुंबई इंडियंस के लिए 14 मैचों में 36.57 की औसत और 133.33 के स्ट्राइक रेट से 512 रन ठोके थे, जिसमें 4 अर्धशतक थे। इसके बाद से हर सीजन में उन्होंने 300 से अधिक रन बनाए हैं।

सूर्यकुमार यादव को IPL ने दिलाई टीम इंडिया में एंट्री
इसमें कोई शक नहीं कि सूर्यकुमार डोमेस्टिक क्रिकेट में अच्छा नहीं कर रहे थे, लेकिन असल प्रसिद्धि उन्हें आईपीएल से मिली। 2018 के बाद से वह मुंबई इंडियंस के लिए मैच विनर के रूप में उभरे। कई मर्तबा उन्होंने साबित किया कि उनके रहते टीम को किसी अन्य बल्लेबाज की जरूरत नहीं है। उन्हें वन मैन आर्मी तक कहा जाने लगा। एक-दो बार तो विराट कोहली से आमना-सामना भी हुआ। बाद में 2021 में उन्हें टीम इंडिया में एंट्री मिली और इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद में टी-20 इंटरनेशनल डेब्यू का मौका मिला। हालांकि, उन्हें बैटिंग नहीं मिली, लेकिन जब मिली तो आप देख ही रहे हैं कि किस कदर सूर्या अपनी तेज में विपक्षी गेंदबाजों को जला रहे हैं।