IND W vs ENG W: भारत की महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे मैच में 7 विकेट से शानदार जीत दर्ज कर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। टीम इंडिया के लिए बल्लेबाजी में स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत कौर ने दमदार खेल दिखाया।
होव: गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद ओपनिंग बल्लेबाजों धमाकेदार खेल से भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पहले वनडे मैच में इंग्लैंड को सात विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ ही तीन मैच की सीरीज में भारत ने 1-0 की बढ़त बना ली है। इंग्लैंड के 227 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने स्मृति (99 गेंद में 91 रन, 10 चौके, एक छक्का), हरमनप्रीत (94 गेंद में नाबाद 74 रन, सात चौके, एक छक्का) और विकेटकीपर बल्लेबाज यस्तिका भाटिया (47 गेंद में 50 रन, आठ चौके, एक छक्का) के अर्धशतक से 34 गेंद शेष रहते तीन विकेट पर 232 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की।
स्मृति ने यस्तिका के साथ दूसरे विकेट के लिए 96 और कप्तान हरमनप्रीत के साथ तीसरे विकेट के लिए 99 रन की साझेदारी की जिससे भारत को लक्ष्य हासिल करने में अधिक परेशानी नहीं हुई। इससे पहले अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने अपनी अंतिम वनडे सीरीज के पहले मैच में प्रभावित किया लेकिन इंग्लैंड की महिला टीम निचले मध्यक्रम के बल्लेबाजों के अच्छे प्रदर्शन से सात विकेट पर 226 रन बनाने में सफल रही। इंग्लैंड के लिए एलिस डेविडसन-रिचर्ड्स (61 गेंद पर नाबाद 50), डैनी वाट (50 गेंद में 43 रन), और सोफी एक्लेस्टोन (31) ने उल्लेखनीय योगदान दिया। चार्ली डीन ने अंत में 21 गेंद में नाबाद 24 रन बनाए।
शेफाली के विकेट के बाद संभला भारत
लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत की शुरुआत खराब रही और टीम ने दूसरे ओवर में ही शेफाली वर्मा (01) का विकेट गंवा दिया जिन्होंने केट क्रॉस की गेंद पर चार्ली डीन को कैच थमाया। जल्दी विकेट गंवाने के बावजूद स्मृति और यस्तिका ने आक्रामक रुख अपनाया।
यस्तिका ने इसी वोंग पर चौके से खाता खोला जबकि स्मृति ने क्रॉस पर लगातार दो चौके मारे। दोनों ने वोंग पर दो-दो चौके और जड़े। स्मृति ने डेविडसन-रिचर्ड्स का स्वागत दो चौकों के साथ किया जबकि यस्तिका ने उनकी लगातार गेंदों पर छक्का और चौका जड़ा। यस्तिका ने डीन की गेंद पर चौके के साथ सिर्फ 45 गेंद में अर्धशतक पूरा किया लेकिन एक गेंद बाद इस ऑफ स्पिनर की गेंद पर बोल्ड हो गईं।
इस समय टीम का स्कोर 17वें ओवर में 99 रन था। स्मृति को इसके बाद कप्तान हरमनप्रीत के रूप में उम्दा जोड़ीदार मिली। स्मृति ने डीन पर चौके के साथ 61 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। दोनों ने 29 ओवर में टीम का स्कोर 150 रन के पार पहुंचाया। स्मृति ने वोंग पर छक्का जड़ा लेकिन क्रॉस की गेंद पर डेविडसन-रिचर्ड्स कोच कैच दे बैठीं। भारत को इस समय जीत के लिए 13.3 ओवर में 30 रन की जरूरत थी। हरमनप्रीत ने क्रॉस की गेंद पर एक रन के साथ 80 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने एक्लेस्टोन पर दो चौके और फिर डेविडसन-रिचर्ड्स पर छक्का जड़कर भारत को जीत दिलाई।
गेंदबाजी में झूलन गोस्वामी रही किफायती
हरलीन देओल छह रन बनाकर नाबाद रहीं। इससे पहले भारत की 39 साल की दिग्गज झूलन ने 10 ओवर में सिर्फ 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया और इस दौरान 42 डॉट गेंद (जिन गेंदों पर रन नहीं बने हों) फेंकी। दीप्ति शर्मा ने उनका अच्छा साथ निभाते हुए 33 रन देकर दो विकेट चटकाए। झूलन की गेंद पर एक भी चौका या छक्का नहीं लगा और उन्होंने अनुभवी सलामी बल्लेबाज टैमी ब्यूमोंट (07) को एलबीडबल्यू किया।
विकेट पर बल्लेबाजी आसान नहीं है और गेंद बल्ले पर आसानी से नहीं आ रही और ऐसे में हरमनप्रीत ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया। तेज गेंदबाज मेघना सिंह (आठ ओवर में 42 रन पर एक विकेट) ने दूसरी सलामी बल्लेबाज ऐमा लैंब (12) को शॉर्ट गेंद पर यस्तिका के हाथों कैच कराया। इसके बाद झूलन ने दो स्पिनरों दीप्ति और राजेश्वरी गायकवाड़ (40 रन पर एक विकेट) के साथ मिलकर रन गति पर अंकुश लगाया।
हालांकि मेघना के अलावा स्नेह राणा (छह ओवर में 45 रन पर एक विकेट) और पूजा वस्त्रकार (दो ओवर में 20 रन पर कोई विकेट नहीं) महंगी साबित हुई जिससे मेजबान टीम ने अंत में 220 से अधिक का स्कोर बनाया। भारतीय टीम थोड़ी निराशा होगी क्योंकि इंग्लैंड का स्कोर 34वें ओवर में छह विकेट पर 128 रन था लेकिन सातवें, आठवें और नौवें नंबर की बल्लेबाजों ने 100 से अधिक रन जोड़कर टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। डेविडसन-रिचर्ड्स ने एक्लेस्टोन के सातवें विकेट के लिए 50 और आठवें विकेट के लिए डीन के साथ नाबाद 49 रन की साझेदारी की।