Independence Day PM Speech: पेट्रोल में 10 फीसदी एथेनॉल मिलाने का लक्ष्य समय से पहले पूरा किया

पेट्रोलियम पदार्थों (Petroleum Goods) के लिए भारत आयात पर बुरी तरह से निर्भर (Import Dependency) हैं। इसलिए सरकार ने पेट्रोल में 10 फीसदी एथेनॉल (Ethanol Blending in Petrol) मिलाने का लक्ष्य नवंबर 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। भारत ने तय समय से पांच महीने पहले ही पेट्रोल में 10 फीसदी एथेनॉल मिलाने का लक्ष्य (Ethanol Blending In Petrol) हासिल कर लिया। इससे देश की विदेशी मुद्रा (Foreign Currency) की बचत हुई। किसानों की आमदनी (Farmers Income) बढ़ाने में मदद मिली।

Ethanol blending goal achieved ahead of time (File Photo)
समय से पहले पूरा हुआ एथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य (File Photo)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने सोमवार को देश के 76वें स्वतंत्रता दिवस (76th Independence Day) पर लोगों को बधाई दी। पीएम मोदी ने लाल किले पर लगातार नौवीं बार तिरंगा फहराया। इसके बाद लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में कहा कि पेट्रोल में 10 फीसदी एथेनॉल मिलाने का लक्ष्य पूरा किया। गौरतलब है कि इससे न सिर्फ हजारों करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत हुई बल्कि किसानों की आमदनी बढ़ाने में भी मदद मिली।

कच्चे तेल के मामले में आयात पर है निर्भरता
यह कोई छुपी बात नहीं है कि पेट्रोलियम पदार्थों के लिए हम आयात पर बुरी तरह से निर्भर हैं। इसलिए सरकार ने पेट्रोल में 10 फीसदी एथेनॉल मिलाने का लक्ष्य नवंबर 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। भारत ने तय समय से पांच महीने पहले ही पेट्रोल में 10 फीसदी एथेनॉल मिलाने का लक्ष्य (Ethanol Blending In Petrol) हासिल कर लिया। कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए 2025-26 तक इस आंकड़े को दोगुना करने का लक्ष्य है।

सरकारी कंपनियों ने किया जोरदार प्रयास
गन्ने और अन्य कृषि उत्पादों से निकाले गए एथेनॉल को पेट्रोल में 10 फीसदी तक मिलाने का लक्ष्य सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों के जोरदार प्रयासों से संभव हो पाया। इस क्षेत्र में तीन कंपनियां – इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) ने खूब प्रयास किया। तभी तो समय से पहले इस लक्ष्य को प्राप्त किया जा सका।

विदेशी मुद्रा की हुई बचत
पेट्रोल में 10 फीसदी एथेनॉल मिलाने की वजह से देश की 41,500 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है। यही नहीं, इससे ग्रीन हाउस गैस (GHG) के उत्सर्जन में 27 लाख टन की कमी आई। इससे किसानों को भी 40,600 करोड़ रुपये से अधिक का तत्काल भुगतान हुआ है। इस समय भारत दुनिया में अमेरिका, ब्राजील, यूरोपीय संघ और चीन के बाद एथेनॉल का पांचवां सबसे बड़ा उत्पादक है।

एथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल भारत और ब्राजील में
यूं तो दुनिया भर में एथेनॉल का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर कंजप्शन होता है। लेकिन, ब्राजील और भारत जैसे देश इसे पेट्रोल में मिलाते हैं। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाने, ईंधन के लिए आयात पर निर्भरता कम करने, विदेशी मुद्रा बचाने, पर्यावरणीय मुद्दों को हल करने और घरेलू कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (EBP) कार्यक्रम को बढ़ावा दे रही है।