भारत और पाकिस्तान दुश्मनी के चलते कर चुके हैं एशिया कप का बहिष्कार, जानें पूरी कहानी

नई दिल्ली. टीम इंडिया (Team India) टी20 एशिया कप के लिए तैयार है. टूर्नामेंट के 15वें सीजन का आगाज आज कुछ देर में होने वाला है. पहला मैच श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच होना है. भारतीय टीम अपने पहले मुकाबले में कल यानी रविवार को पाकिस्तान से (IND vs PAK) भिड़ेगी. मौजूदा टूर्नामेंट की बात करें, तो 6 टीमों को 2 ग्रुप में बांटा गया है. ग्रुप-ए में भारत, पाकिस्तान, हॉन्गकॉन्ग जबकि ग्रुप-बी में श्रीलंका, अफगानिस्तान और श्रीलंका हैं. दोनों ग्रुप की टॉप-2 टीमों को सुपर-4 में जगह मिलेगी. सुपर-4 की टॉप-2 टीमें फाइनल में जाएंगी. खिताबी मुकाबला 11 सितंबर को खेला जाएगा.

भारत एशिया कप का सरताज है. उसने सबसे अधिक 7 बार खिताब जीता है. लेकिन वह एक बार टूर्नामेंट में नहीं उतरा है. 1986 में श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड से खराब रिश्तों के चलते उसने टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया था. उस बार टूर्नामेंट का आयोजन श्रीलंका में ही किया गया था. भारत की जगह बांग्लादेश को खेलने का मौका मिला. फाइनल में श्रीलंका ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर पहली बार खिताब पर कब्जा किया था.

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पाकिस्तान 1990 में नहीं उतरा
पाकिस्तान ने 2 बार एशिया कप के टाइटल पर कब्जा किया है. लेकिन उसने 1990-91 में भारत में हुए टूर्नामेंट में शामिल होने से मना कर दिया गया था. उस समय दोनों देशों के बीच राजनीतिक रिश्ते अच्छे नहीं थे. 3 टीमों के बीच 4 मुकाबले खेले गए. भारत ने फाइनल में श्रीलंका को 7 विकेट से हराया और तीसरा बार खिताब जीता. श्रीलंका की टीम ने 9 विकेट पर 204 रन बनाए थे. भारत ने लक्ष्य को 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया.

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टूर्नामेंट के इतिहास की बात करें, तो सिर्फ श्रीलंका की टीम ही सभी 15 सीजन में उतरी है. उसने 5 बार खिताब जीता है. टूर्नामेंट में उतर रही अन्य 3 टीमों की बात करें, तो बांग्लादेश 14वीं बार इसमें शामिल हो रहा है. वहीं अफगानिस्तान को तीसरी बार जबकि हॉन्गकॉन्ग को चौथी बार मौका मिला है.