इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स: चिप का आकार घटेगा और मेमोरी क्षमता बढ़ेगी

डॉ. संजय ने फेराइट नैनो पार्टिकल्स बनाए हैं। इनका साइज नौ नैनो मीटर तक का है। इसका उपयोग मेमोरी डिवाइस सहित कई अन्य एप्लीकेशन के स्तरोन्नयन में हो सकेगा।

प्रो. संजय कुमार

कांगड़ा के ढलियारा के निवासी प्रो. संजय कुमार ने ऐलोवेरा एब्सट्रेक्ट से नैनो पार्टिकल्स बनाकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मील का पत्थर स्थापित किया है। इससे आने वाले समय में तकनीकी के क्षेत्र में नए आयाम जुड़ेंगे।

डॉ. संजय ने फेराइट नैनो पार्टिकल्स बनाए हैं। इनका साइज नौ नैनो मीटर तक का है। इसका उपयोग मेमोरी डिवाइस सहित कई अन्य एप्लीकेशन के स्तरोन्नयन में हो सकेगा। उनके इस शोध के लिए प्रो. संजय कुमार का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ है।

भौतिक विज्ञान (फिजिक्स) क्षेत्र से जुड़े डॉ. संजय कुमार वर्तमान में गुरुग्राम विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग में सेवाएं दे रहे हैं। देश में नवाचार को बढ़ाने और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में डॉ. संजय लगातार योगदान देते रहे हैं। डॉ. संजय के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 30 शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं।

इन्होंने अपनी 12वीं की पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला देहरा से पूरी की। इसके बाद बीएससी की पढ़ाई राजकीय महाविद्यालय ढलियारा से की है। उन्होंने सफलता का श्रेय माता निर्मला देवी, पिता रिखी राम और शिक्षकों को दिया।