भारत ने बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैग़ंबर पर टिप्पणी के मामले में इराक़ की आपत्ति का जवाब दिया है.
इराक की वक्फ़ और आदिवासियों पर बनी संसदीय समिति ने एक बयान जारी कर बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी की निंदा की थी.
अब इराक़ में भारत के दूतावास ने एक बयान जारी कर कहा है, “बग़दाद में भारतीय दूतावास ने वक्फ़ और आदिवासियों पर बनी संसदीय समिति की ओर से कुछ लोगों के अपमानजनक ट्वीट के संबंध में जारी किए गए बयान को देखा है.”
“हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि ये ट्वीट किसी भी तरह से भारत सरकार के विचार नहीं दर्शाते. भारत सरकार सभी धर्मों का सम्मान करती है.”
बयान में कहा गया है, “अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के ख़िलाफ़ पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है. भारत-इराक संबंधों को पंसद न करने वाले लोग इस तरह के अपमानजनक टिप्पणियों का इस्तेमाल लोगों को उकसाने के लिए कर रहे हैं. हम इस तरह के शरारती तत्वों के ख़िलाफ़ साथ मिलकर काम करने की ज़रूरत है जिनका मकसद द्विपक्षीय रिश्तों को कमज़ोर करना है.”