भारत-पाकिस्तान का नाम आते ही लोगों के दिमाग में दो ही बातें आती हैं, क्रिकेट या फिर जंग. दोनों देश एक दूसरे को लेकर अक्सर तीखे बयान भी देते रहे हैं. सोशल मीडिया पर दोनों देशों के युवा भी अक्सर किसी न किसी मुद्दे को लेकर बहसबाजी पर उतर आते हैं. हालांकि बहुत से लोग ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने हमेशा से दोनों देशों के बीच अमन-शांति चाही है. फिलहाल पाकिस्तान की तरफ से कुछ ऐसा सुनने को मिल रहा है जिसके बारे में जानकार हर भारतीय को अच्छा महसूस होगा और दोनों देशों के बीच की खटास कुछ हद तक कम होगी.
पाकिस्तानी अखबार में भारत की तारीफ
दरअसल, पाकिस्तान ने भारत की जमकर तारीफ की है. पाकिस्तान के एक प्रमुख अखबार में प्रकाशित एक ओपिनियन में पहली बार भारत और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुलकर प्रशंसा की गई है. यह ओपिनियन पाकिस्तान के प्रमुख अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून में प्रकाशित हुआ है. जिसमें लिखा गया है कि, ‘पीएम मोदी ने भारत को एक ऐसे मुकाम पर लाकर खड़ा किया है, जहां से देश का प्रभाव व्यापक रूप से बढ़ना शुरू हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की विदेश नीति कुशलतापूर्वक चल रही है और इसकी जीडीपी बढ़कर तीन ट्रिलियन डॉलर की हो गई है. भारतीय अर्थव्यवस्था प्रगति कर रही है.’
शहजाद चौधरी ने लिखा ओपिनियन
File Photo
ये ओपिनियन पाकिस्तान के प्रसिद्ध राजनीतिक, सुरक्षा और रक्षा विश्लेषक शहजाद चौधरी ने लिखा है. उन्होंने कहा कि भारत निवेशकों के लिए एक पसंदीदा जगह बनकर उभरा है. उन्होंने अपने लेख में लिखा कि भारत कृषि उत्पादों और आईटी उद्योग का भी एक बड़ा उत्पादक है, चौधरी ने अपने कॉलम में लिखा, “कृषि में, उनकी प्रति एकड़ पैदावार दुनिया में सबसे अच्छी है और 1.4 बिलियन से अधिक लोगों का देश होने के बावजूद, वहां एक अपेक्षाकृत स्थिर, सुसंगत और कार्यात्मक राजनीति बनी हुई है”.
शहजाद चौधरी ने आंकड़ों के आधार पर कहा कि, भारत की शासन प्रणाली समय की कसौटी पर खरी उतरी है और एक दृढ़ लोकतंत्र के लिए आवश्यक बुनियादी बातों के आसपास लचीली साबित हुई है.
पाक पीएम ने की शांति की अपील
वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पश्चिमी एशिया के प्रमुख मीडिया संस्थानों में से एक अल-अरेबिया को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तानी और भारत के रिश्तों को लेकर सवाल के जवाब में कहा कि, आजादी के बाद से तीन युद्धों में पाकिस्तान ने सबक सीखे हैं और वे अब शांति चाहते हैं. उन्होंने चैनल के माध्यम से ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी अपील की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन कश्मीर में जो कुछ भी हो रहा है, वह रुकना चाहिए.
पूर्व में पाकिस्तान की तरफ से जब भी कश्मीर मुद्दे पर बात की गई है तब उसे भारत के लिए एक धमकी की तरह देखा गया है लेकिन इस बार हैरानी की बात यह है कि शरीफ ने भारत को कश्मीर पर धमकी न देते हुए भारत से वार्ता की अपील की है. हालांकि, पाक पीएम कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन के झूठे आरोप लगाने से भी पीछे नहीं हटे.
पाकिस्तानी पीएम ने कहा, “हमारे पास इंजीनियर हैं, डॉक्टर हैं और कुशल कारीगर हैं. हम इन संपत्तियों को खुशहाली और क्षेत्र में शांति लाने के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं, ताकि दोनों देश विकास कर सके. यह हम पर ही निर्भर है कि हम शांतिपूर्वक ढंग से रहें और प्रगति करें या एक-दूसरे से लड़ाई करते हुए अपना समय और संसाधन दोनों खराब करें.”
अब बम-बारूद बनाने में समय नहीं गंवाएंगे
Shehbaz Sharif
उन्होंने युद्ध के मुद्दे पर कहा कि, “हमने भारत के साथ तीन युद्ध लड़े और इनसे लोगों को सिर्फ परेशानी, गरीबी और बेरोजगारी ही मिली है. हमने अपने सबक सीख लिए हैं और अब शांति से रहना चाहते हैं, बस हमारी असल परेशानियों का निपटारा हो जाए.”
अपने इस इंटरव्यू में पाक पीएम शरीफ ने पीएम मोदी को संदेश देते हुए कहा, “पाकिस्तान अब बम और गोला-बारूद बनाने में अपने संसाधन खराब करने की बजाए अपने देश की प्रगति पर ध्यान देगा. उन्होंने कहा कि भारत और पकिस्तान दोनों ही परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं. ईश्वर न करे अगर कोई युद्ध हुआ तो आखिर उसके बाद ये बताने के लिए कौन बचेगा कि हमारे बीच क्या हुआ था.