नई दिल्ली. भारत अगले साल दुनिया की 20 (G20) सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. केंद्रीय विदेश मंत्रालय की ओर से मंगलवार को इस बाबत घोषणा की गई है. मंत्रालय के मुताबिक भारत अपनी अध्यक्षता में 9 और 10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. TOI के मुताबिक भारत 1 दिसंबर, 2022 से 30 नवंबर, 2023 तक एक वर्ष के लिए G20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा. इसके साथ ही देशभर में इस साल दिसंबर से मीटिंग्स का दौर शुरू हो रहा है. भारत करीब 200 से ज्यादा मीटिंग्स की भी मेजबानी कर सकता है. मंत्रालय (MEA) ने कहा कि G20 प्रेसिडेंसी के रूप में भारत, बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और यूएई (UAE) को अतिथि देशों के रूप में आमंत्रित करेगा.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि जबकि भारत की G20 प्राथमिकताएं मजबूत होने की प्रक्रिया में हैं, चल रही बातचीत, समावेशी, न्यायसंगत और सतत विकास के इर्द-गिर्द घूमती है, पर्यावरण के लिए जीवन शैली, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, कृषि और शिक्षा से लेकर वाणिज्य, कौशल-मानचित्रण, संस्कृति और पर्यटन तक के क्षेत्रों में डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और तकनीक-सक्षम विकास, जलवायु वित्तपोषण, परिपत्र अर्थव्यवस्था, वैश्विक खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, ग्रीन हाइड्रोजन, आपदा जोखिम में कमी और लचीलापन, विकासात्मक सहयोग, आर्थिक अपराध के खिलाफ लड़ाई और बहुपक्षीय सुधार पर केंद्रित रहेगी.
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हमारी अध्यक्षता के दौरान, भारत, इंडोनेशिया और ब्राजील ट्रोइका बनाएंगे. यह पहली बार होगा जब ट्रोइका में तीन विकासशील देश और उभरती अर्थव्यवस्थाएं शामिल होंगी, जो उन्हें वैश्विक पटल पर एक बड़ी आवाज प्रदान करेंगी.
ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (G20) दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है. इसमें 19 देश शामिल हैं, जिनमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके और यूएस और यूरोपीय संघ (ईयू) आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं.
सामूहिक रूप से G20 वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 फीसदी, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का 75 फीसदी और विश्व जनसंख्या का वन थर्ड भाग है, जो इसे अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच बनाता है. भारत वर्तमान में जी20 ट्रोइका (वर्तमान, पिछली और आने वाली G20 प्रेसिडेंसी) का हिस्सा है, जिसमें इंडोनेशिया, इटली और भारत शामिल हैं.