भारत सरकार के अनुसार लगभग 20,000 भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए थे। युद्ध ग्रस्त देश यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने ऑपरेशन गंगा की शुरुआत की है।यूक्रेन के युद्ध ग्रस्त क्षेत्र खारकीव में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए भारतीय दूतावास ने नई एडवायजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि भारतीय नागरिकों को अपनी सुरक्षा के लिए तुरंत और हर हालत में खारकीव से निकल जाना चाहिए।
एडवायजरी में खारकीव में मौजूद भारतीयों से कहा है कि उन्हें पेसोचिन, बेज्ल्युदोवका और बबाये की ओर जितना जल्दी संभव हो बढ़ना चाहिए। किसी भी स्थिति में उन्हें इन स्थानों पर शाम छह बजे (यूक्रेन के समयानुसार) पहुंचना होगा।
खारकीव और पूर्वी क्षेत्रों में फंसे भारतीयों को एयरलिफ्ट कराने में रूस मदद कर सकता है। भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव के अनुसार बताया कि हम भारतीय अधिकारियों के संपर्क में हैं। रूसी क्षेत्र से रेस्क्यू कराने पर विचार किया जा रहा है।
यूक्रेन की राजधानी कीव में अब कोई भारतीय नागरिक नहीं
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया है कि कीव से सभी भारतीयों को निकाल लिया गया है। दरअसल, मंगलवार को भारतीय दूतावास की ओर से चेतावनी जारी की गई थी, इसमें बताया गया था कि भारतीय नागरिक किसी भी हाल में कीव छोड़ दें।
‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत यूक्रेन से निकाले जा रहे हैं भारतीय
भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा संचालित कर रही है। इसके तहत यूक्रेन से जमीनी सीमा साझा करने वाले पांच देशों के जरिए लोगों को निकाला जा रहा है। ये देश पोलैंड, स्लोवाकिया, रोमानिया, मोल्डोवा और हंगरी हैं।