नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम मंगलवार को प्रैक्टिस के बाद के खाने के मेन्यू से बिल्कुल खुश नहीं थी. टीम इंडिया के कुछ सदस्यों ने अपने होटल के कमरों में भोजन वापस करने का फैसला किया. अभ्यास के बाद का मेन्यू लगभग सभी टीमों के लिए समान होता है और भारतीय खिलाड़ियों को गर्म भोजन नहीं दिया जा रहा है, जो कि बीसीसीआई के सूत्रों के अनुसार कड़े प्रैक्टिस सेशन के बाद जरूरी है. भारतीय टीम का मंगलवार को एक वैकल्पिक प्रैक्टिस सेशन था. यहां सभी तेज गेंदबाजों के अलावा ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या, बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव और स्पिनर अक्षर पटेल के साथ आराम दिया गया था.
यह पता चला है कि अभ्यास के बाद के भोजन में फलों के साथ कस्टम सैंडविच शामिल थे. प्रैक्टिस समाप्त होने के साथ, यह दोपहर के भोजन का समय था और शायद खिलाड़ी संपूर्ण आहारकी उम्मीद कर रहे थे. मामले की जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा, ‘यह किसी बहिष्कार की तरह नहीं है… कुछ खिलाड़ियों ने फल लिया लेकिन हर कोई दोपहर का भोजन करना चाहता था और इसलिए उन्होंने होटल वापस जाने पर खाना खाया.”
भारतीय टीम ने खाने की शिकायत भी आईसीसी से की है. मंगलवार को प्रैक्टिस सेशन के बाद टीम इंडिया को जो खाना परोसा गया वह अच्छा नहीं था. टीम इंडिया के खिलाड़ियों को सिर्फ सैंडविच और फल मिला था. भारतीय टीम प्रबंधन ने आईसीसी को यह भी बताया कि सिडनी में प्रैक्टिस सेशन के बाद दिया गया खाना ठंडा था.
भारतीय टीम को 42 किलोमीटर दूर प्रैक्टिस ग्राउंड दिया गया
इसके अलावा टीम इंडिया प्रैक्टिस ग्राउंड को भी लेकर नाराज है. भारतीय क्रिकेट टीम ने बुधवार को प्रैक्टिस सेशन में हिस्सा नहीं लिया. भारतीय टीम को को सिडनी के उपनगर ब्लैकटाउन में प्रैक्टिस ग्राउंड की पेशकश की गई थी. बीसीसीआई सूत्रों के अनुसार ने भारत ने प्रैक्टिस से मना कर दिया क्योंकि ग्राउंड होटल से 42 किलोमीटर दूर है.