अपने ही देश में इन जगहों पर नहीं जा सकते भारतीय, जानिए कारण

भारतीय हैं इन जगहों के मालिक

हमारे देश में कई ऐसी सुंदर जगह हैं, जहां पर हम छुट्टियों में आराम से घूमने जा सकते हैं। वहीं, भारत में कुछ जगह ऐसी भी हैं, जहां पर भारतीयों को जाने की इजाजत नहीं है। इन जगहों के मालिक भी भारतीय ही हैं, लेकिन इन जगहों पर केवल विदेशियों को ही जाने की अनुमति है।

फ्री कसोल कैफे, कसोल

फ्री कसोल कैफे हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू के कसोल (Kasol) गांव में स्थित है। यहां सिर्फ इजरायल लोगों की मेहमानवाजी अच्छे तरीके से की जाती है।

नोरबुलिंका कैफे, हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश की वादियों के बीच नोरबुलिंका (Norbulinka Cafe) नाम का एक कैफे है, जहां भारतीयोंको जाने की इजाजत नहीं है। इस कैफे में सिर्फ विदेशी और कुछ खास लोग ही जा सकते हैं।

फॉर्नर्स ओन्ली ,गोवा

हॉलीडे डेस्टिनेशन के लिए गोवा (Goa) एक बेहतरीन जगह है। गोवा में कुछ जगह ऐसी हैं, जहां भारतीयों को जाने की अनुमति नहीं है। अंजुना बीच पर कोई कानूनी प्रतिबंध नहीं है, फिर भी वहां कोई भारतीय नहीं दिखाई देता है।

नॉर्थ सेंटिनल आइलैंड, अंडमान-निकोबार

अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के द्वीप नॉर्थ सेंटिनल आइलैंड (North Sentinel Island) में सिर्फ आदिवासी निवास करते हैं, जो कि बाहरी दुनिया के संपर्क में नहीं है। इस द्वीप पर बाहर के किसी भी व्यक्ति को जाने की इजाजत नहीं है।

यूनो-इन होटल, बेंगलुरु

यूनो-इन होटल बेंगलुरु (Bengaluru) शहर में स्थित है। इस होटल में सिर्फ जापान के लोगों को जाने की अनुमति थी। यह होटल साल 2012 में बनाया गया था, लेकिन साल 2014 में इसे नस्लीय भेदभाव के आरोपों के चलते बंद कर दिया गया।

रेड लॉलीपॉप हॉस्टल, चेन्नई

रेड लॉलीपॉप हॉस्टल चेन्नई (Chennai) में स्थित एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का हॉस्टल है। इस होस्टल में भारतीय को जाने की बिल्कुल इजाजत नहीं है। यहां प्रवेश करने के लिए पासपोर्ट की जरूरत पड़ती है। इस हॉस्टल में “नो इंडियन” पॉलिसी है, लेकिन जिन भारतीयों के पास विदेशी पासपोर्ट है उन्हें यहां रहने की इजाजत दी जाती है।