Industry showed the way out to Himachali workers without notice

उद्योग ने बिना नोटिस के हिमाचली कामगारों को दिखाया बाहर का रास्ता

औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के तहत वर्धमान स्थित हैवेल्स कंपनी ने ,बिना नोटिस के 28 कामगारों को, बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जिसमें अधिकतर हिमाचली है।  इस उद्योग में,  श्रम कानूनों की जम कर ,धज्जियां उड़ाई जा रही है।  ऐसा हम इस लिए कह रहे है, क्योंकि उद्योग में न के बराबर, हिमाचली युवाओं को रोज़गार दिया है।  जिन्हें रोज़गार दिया भी गया था ,उन्हें भी अब आहिस्ता आहिस्ता, बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है।  जिसका जीता जागता उदहारण ,आज देखने को मिल रहा है। जिसमें 28 कर्मचारी जुपिटर सेक्युरिटी के जरिए ,हैवेल्स इंडिया लिमिटेड बद्दी में काम करते  थे।  जिन्हें बिना किसी सूचना के,नियमों को ठेंगा दिखाते हुए ,कम्पनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। ऐसे में बेरोज़गार हुए कामगारों ने ,इस बारे में कई  अधिकारियों को भी ,अवगत करवाया ,लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी।  जिसके चलते  उन्होंने  , हिमाचल इंटक प्रदेशाध्यक्ष बबलू पंडित   को, अपना दुखड़ा सुनाया।  बबलू पंडित ने उन्हें ,आश्वासन दिया कि , वह जल्द उनकी समस्या का समाधान करेंगे।  वहीँ   कामगारों ने  , उद्योग पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि, की बद्दी स्थित वर्धमान  में, हैवेल्स इंडिया लिमिटेड में ,लगभग 4000 कर्मचारी काम करते है ,जिनमें करीबन   70 कर्मचारी ही, हिमाचली है। बाकी सब ,गैर हिमाचली है। 
उद्योगों में हो रहा है हिमाचलियों कामगारों का उत्पीड़न-बबलू पंडित
वही, हिमाचल इंटक प्रदेशाध्यक्ष बबलू पंडित ने , कहा कि ,ऐसी शिकायते कई उद्योगों में से आ रही है। जहाँ  हिमाचल के लोगों को, उद्योग से बाहर का रास्ता दिखा रहे है, और गैर हिमाचलियों को, अपनाया जा रहा  है। उन्होंने प्रदेश सरका,र व सीएम जयराम ठाकुर पर, निशाना साधते हुए कहा कि, एक तरफ तो सीएम अपने आप को, एक मिस्त्री व मजदूर का बेटा बताते है। जबकि हिमाचल के उद्योगों में ही ,हिमाचल के लोगों के साथ ,उत्पीड़न किया जा रहा है। बाहर से आए उद्योगों का, प्रदूषण हम सहते है, जमीनें हमारी बिकी ,और आनंद उद्योगपति ले रहे है। उन्होंने प्रेदेश सरकार से मांग की है कि, हिमाचल कामगारों का  , उत्पीड़न  बंद हो, नही  हुआ तो वह ,बेरोज़गार कर्मचारियों के लिए ,उग्र आंदोलन करेंगे।