मॉडलर/प्लास्टिक बोर्ड (जिसमें स्विच फिक्स होते हैं) की कीमत भी 20 फीसदी तक बढ़ गई है। इलेक्ट्रिशियन राकेश ठाकुर, धनदेव का कहना है कि वायरिंग का सामान महंगा हो गया है। पहले एक कमरे में पांच हजार रुपये में वायरिंग हो जाती थी। अब इसके लिए करीब दस हजार रुपये लग रहे हैं।
डडौर के नीरज ठाकुर का कहना है कि घर का निर्माण कार्य जारी है। बैंक से 10 लाख रुपये का कर्ज लिया है। निर्माण सामग्री महंगी होने से पहले ही बजट डगमगा गया है। बिजली का सामान भी महंगा हो गया है। अब और कर्ज लेना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में मकान बनाना और महंगा हो गया है। पिछले दो महीने में सरिये के रेट ने करीब 2,000 रुपये की वृद्धि के साथ नया रिकॉर्ड बनाया है। शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में सरिये के दाम जीएसटी जोड़कर 8,800 रुपये तक पहुंच गए हैं। सीमेंट के रेट भी 465 रुपये से लेकर 500 रुपये प्रति बैग हो गए हैं।
ये हैं दाम (रुपये में)
सामान पहले अब
तार 1 एमएम 990 1400
1.5 एमएम 1490 1900
2.5 एमएम 2200 2950
पीवीसी पाइप 10 फीट
पहले 80 अब 135
मॉडलर बोर्ड सामान्य
पहले 70 अब 92
400 रुपये बढ़ गई पंखे की कीमत
कॉपर और प्लास्टिक दाना के दाम बढ़ने का असर पंखों की कीमत पर भी पड़ा है। एक कंपनी का साधारण पंखा (सीलिंग फेन) जहां 1000 रुपये में मिलता था, अब वह 1400 रुपये में मिल रहा है। टेबल फेन भी 1000 के बजाय 1400 रुपये में मिल रहा है।