अमेरिका में रह रहे कुछ भारतीयों पर इनसाइडर ट्रेडिंग (Insider Trading) का आरोप लगा है। यह आरोप अमेरिकी सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (Securities and Exchange Commission) की तरफ से लगाया गया है। एसईसी (SEC) ने यह आरोप ल्यूमेंटम होल्डिंग्स (Lumentum Holdings) के पूर्व मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी अमित भारद्वाज (49) और उनके दोस्तों धीरेन कुमार पटेल (50), श्रीनिवास कक्केरा (47), अब्बास सईदी (47) और रमेश चित्तोर (45) पर ये आरोप लगाए हैं।
इनसाइडर ट्रेडिंग (Insider Trading) या भेदिया कारोबार का आरोप लगा है। भारतीय मूल के इन व्यक्तियों पर सोमवार को तीन अलग-अलग कथित योजनाओं में भेदिया कारोबार का आरोप लगाया गया। इन सभी व्यक्तियों पर भेदिया कारोबार के जरिये 52 लाख डॉलर (41.48 करोड़ रुपये) से अधिक की अवैध कमाई का आरोप है।
कौन कौन हैं शामिल
अमेरिका के सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने ल्यूमेंटम होल्डिंग्स के पूर्व मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी अमित भारद्वाज (49) और उनके दोस्तों धीरेन कुमार पटेल (50), श्रीनिवास कक्केरा (47), अब्बास सईदी (47) और रमेश चित्तोर (45) पर ये आरोप लगाए हैं। एसईसी ने आरोप लगाया कि कैलिफोर्निया में रहने वाले इन व्यक्तियों ने ल्यूमेंटम द्वारा दो कंपनियों की अधिग्रहण घोषणाओं से पहले शेयरों में कारोबार किया और अवैध तरीके से 52 लाख डॉलर से अधिक का लाभ कमाया।
न्यूयार्क के भारतीय इंवेस्टमेंट बैंकरों पर भी आरोप
अमेरिका के ही न्यूयार्क में दो भारतीय, बृजेश गोयल और अक्षय निरंज इंवेस्टमेंट बैंकर (Investment Banker) हैं। एसईसी ने एक अन्य कार्रवाई में बृजेश गोयल (37) और उनके दोस्त अक्षय निरंजन (33) पर भेदिया कारोबार का आरोप लगाया है। ये दोनों एक बड़े वित्तीय संस्थान में विदेशी मुद्रा कारोबारी थे। एसईसी का अरोप है कि बिजनस स्कूल में पढ़ने के दौरान गहरे दोस्त बने इन दोनों व्यक्तियों ने एक्विजिशन अनाउंसमेंट से पहले इलीगल ट्रेडिंग के जरिए 2.75 लाख डॉलर बनाए।
क्या होता है भेदिया कारोबार
इनसाइडर ट्रेडिंग या भेदिया कारोबार का उपयोग अब तक शेयर बाजार में किया जाता रहा है। कंपनी के अंदर की जानकारी का लाभ उठाकर गैरकानूनी तरीके से शेयर बेचकर या खरीदकर लाभ कमाना इनसाइडर ट्रेडिंग कहलाता है। आमतौर पर किसी कंपनी के प्रबंधन से जुड़ा हुआ व्यक्ति कंपनी की अंदरूनी जानकारी के आधार पर शेयर खरीद या बेच कर या अपने करीबियों से ऐसा करवाकर फायदा उठाता है। यह इनसाइडर ट्रेडिंग की श्रेणी में आता है। कंपनी का परिणाम आने से पहले या फिर किसी कंपनी के विलय-अधिग्रण के मामले में ऐसा देखने को मिलता है।