Instant Loan APP: धमकी, परिवार को पॉर्न वीडियो… इंस्टा लोन लेने से पहले जान लें टॉर्चर की कहानियां

Instant Loan APP Torture Story: इंजीनियरिंग स्टूडेंट निशांक राठौर डेथ केस में इंस्टा लोन एप की धमकियां सामने आ रही हैं। भोपाल में ऐसे कई केस हैं, जिनमें पीड़ित के परिवारों को पॉर्न वीडियो भेजा गया। जानें ऐसे एप से कैसे बचें।

Instant Loan App Guide Video: इंस्टा लोन एप फ्रॉड से कैसे बचें, साइबर एक्सपर्ट और पुलिस से जानें
भोपाल: देश में इन दिनों इंस्टा लोन (bhopal instant loan app terror story) का प्रचलन बढ़ा है। बैंकों के साथ-साथ कुछ प्राइवेट एप भी लोन देते हैं। समय पर कर्ज नहीं चुकाने पर एप के एजेंट खौफनाक तरीके से वसूली करते हैं। लोन लेने वाले लोगों को ब्लैकमेल करते और उन्हें धमकी देते हैं। साथ ही बदनाम करने के लिए उनके रिश्तेदारों और परिचितों को पॉर्न वीडियो बेचते हैं। भोपाल के इंजीनियरिंग स्टूडेंट निशांत राठौर की खुदकुशी केस में भी कुछ ऐसा ही एंगल सामने आ रहे हैं। लोन देने वाले इन एप की ब्रांडिंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए होती है। युवाओं से ये एप मनमानी ब्याज वसूलते हैं। अगर कोई ब्याज नहीं चुका पाता है तो उसका प्रोफाइल हैक कर लेते हैं।
दरअसल, नवभारत टाइम्स.कॉम की पड़ताल में ऐसे कई केस सामने आए हैं, जिनके रिश्तेदार और परिवारों को पॉर्न वीडियो भेजा जा रहा है। ऐसे वीडियो भेजकर कर्ज लेने वाले युवाओं को ब्लैकमेल किया जाता है। विरोध करने पर एप के एजेंट उन्हें भद्दी-भद्दी गालियां देते हैं। इन्हीं चीजों से परेशान युवा मौत को गले लगा रहे हैं। बताया जा रहा है कि निशांक राठौर भी ऐसे ही एप का शिकार हुआ था।

डबल पैसे की मांग की
वहीं, राजधानी भोपाल में एक और शख्स के साथ ऐसा ही मामला सामने आया है। लोन देने वाली कंपनी ने उसे ₹60हजार का लोन दिया था। उसके एवज में डबल पैसे की मांग कर रहे हैं। पैसा न देने पर उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है। उसके परिवार और उसके मोबाइल पर कई न्यूड और पॉर्न फोटो और वीडियो भेजे गए हैं, जिसके स्क्रीनशॉट भी सामने आए हैं। ऐसे ही मामलों में कई युवा आज फंस रहे हैं और डिप्रेशन का शिकार होकर मौत को गले लगा रहे हैं।

ऐसे एप से कैसे बचें
साइबर एक्सपर्ट दुर्गेश केसवानी ने बताया कि यदि व्यक्ति इस तरह से कोई लोन लेता है तो अपने मोबाइल का एक्सेस किसी को भी शेयर न करें। उन्होंने कहा कि अलाऊ का बटन होता है, उसे कभी भी ना दबाए और अपने फोन बुक को हमेशा रिस्ट्रिक्टेड मोड पर रखें। दुर्गेश केसवानी ने कहा कि इन उपायों को अजमाकर जालसाजी से बचा जा सकता है। इंस्टालोन वाले लोग 19 से 22 वर्ष के लोगों को अपना टारगेट बनाते हैं, जिसके चलते माता-पिता को बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान रखना चाहिए। साथ ही अपने बच्चों के हाव-भाव पर भी नजर रखें।

उन्होंने कहा कि बेरोजगारी और रुपयों की तंगी के कारण युवा इंस्टालोन देने वाले एप के झांसे में आ जाते हैं। एक बार लेने के बाद युवा फंसते ही जाते हैं। दुर्गेश केसवानी ने युवाओं से अपील की है कि ऑथेंटिक एप से ही लोन लें। इसके साथ नेशनलाइज बैंक का भी सहारा ले सकते हैं। इन तरीकों के जरिए आप फ्रॉड से बच सकते हैं।

जागरूकता से ही बच सकता है व्यक्ति
मामले में भोपाल एसीपी सचिन अतुलकर ने कहा कि ऐसे मामले लगातार बढ़ रहे हैं। चाइनीज हो या भारतीय ऐसे एप की होस्टिंग कहीं से भी हो सकती है। होस्टिंग बाहर में होने के कारण आरोपियों को पकड़ने में दिक्कत होती है। इंस्टा लोन एप को लेकर लगातार शिकायतें भी आ रही हैं। आरोपी फोन के सारे एक्सेस हैक कर लेते हैं। ऐसे में व्यक्ति जागरूकता से ही बच सकता है।