फोन में इंटरनेट स्पीड थी स्लो! तो गांव में खड़ी कर दी खुद की इंटरनेट कंपनी, आज हैं करोड़ों के मालिक

गांव में मोबाइल नेटवर्क नहीं आ रहे थे, जिससे परेशान होकर व्यक्ति ने खुद की इंटरनेट कंपनी बना डाली है, जो सबसे कम कीमत पर हाई स्पीड इंटरनेट उपलब्ध करा रही है।

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नई दिल्ली। एक कहावत है कि “आवश्यकता ही आविष्कार की जननी होती है”! इस कहावत को एक शख्स ने सच करके दिखा दिया है। जी हां, दरअसल मामला कुछ यू हुआ कि एक व्यक्ति का मोबाइल इंटरनेट स्लो चल रहा था, जिससे परेशान होकर उनसे खुद की इंटरनेट कंपनी बनाने का निर्णय लिया। उसका दावा था कि वो ऐसी कंपनी बनाएगा, जो सस्ती कीमत पर हाईस्पीड इंटरनेट ऑफर करेगी। फिर क्या था, शख्स ने कुछ लाख रुपये खर्च करके अपनी कंपनी खड़ी कर दी। उसके इस जज्बे को देखते हुए बाकी लोग भी मदद के लिए आगे आए। साथ ही सरकार की तरफ से करीब 21 करोड़ रुपये की मदद मिली। आइए जानते हैं उस शख्स की कहानी…

बनाई खुद की कंपनी
मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक यह कहानी है मिशिगन के एक गांव में रहने वाले जेरेड मौच की है, जिन्होंने खराब इंटनरेट से दुखी होकर अपनी खुद की फाइबर-इंटरनेट सर्विस बना डाली। वो साल 2002 में गांव में स्थित अपने घर आ गए और घर में ही केबल या फाइबर नेटवर्क स्थापित किया, जो आज वायरलेस इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर बन गए।

गांव में दे रहे फाइबर कनेक्शन
उन्होंने शुरुआत में करीब 1 करोड़ रुपये लगाकर कंपनी शुरू की। मौच ने आज से करीब चार साल पहले अपनी खुद की कंपनी बनाने की योजना बनाई और अपने गांव में फाइबर ब्रॉडबैंड सर्विस उपलब्ध करा रहे हैं, जहां पहले तक मोबाइल नेटवर्क ही इंटरनेट का एक ऑप्शन हुआ करता था। शुरुआती तौर पर मौज ने पांच किलोमीटर फाइबर लगाया है। ऐसे में उनके गांव के लोग इंटरनेट के लिए मोबाइल पर निर्भर नहीं है।

गांव वालों ने की मदद
इस कंपनी को बनाने में गांव के लोगों ने करीब 3.9 लाख रुपये की मदद की। कंपनी बनने के बाद मौज ने गांव वालों को कई सालों तक फ्री इंटरनेट सर्विस ऑफर की। वही मौज की जज्बे को देखते हुए सरकार ने करीब 21 करोड़ की मदद की।

मिल रहा हाई स्पीड इंटरनेट
आज मौज अनलिमिटेड डेटा के साथ 100Mbps की स्पीड इंटरनेट दे रहे हैं, जिसकी स्पीड 1Gbps करने का दावा कर रहे हैं। यह इंटरनेट सर्विस इलाके के बाकी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के मुकाबले काफी कम है।